भारत के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या के मामले में उम्रकैद की सजा काट रही नलिनी श्रीहरण एक महीने के लिए जेल से बाहर आ गई है. दरअसल नलिनी को उसकी बेटी की शादी में हिस्सा लेने के लिए पेरोल मिली है.
25 जुलाई को पुलिसकर्मियों से घिरी नलिनी तमिलनाडु की वेल्लोर जेल से बाहर आई. नलिनी को लेने के लिए उसकी मां आई थीं, जोकि एक रिटायर्ड नर्स हैं.
नलिनी वेल्लूर की विशेष महिला जेल में 27 साल से ज्यादा समय से उम्रकैद की सजा काट रही है.
एनडीटीवी के मुताबिक, नलिनी ने कहा, ''मैं अपनी बेटी की देखभाल नहीं कर सकी. मेरे पिता की मौत से पहले मैं उनके प्रति अपनी जिम्मेदारियां नहीं निभा सकी. अब मेरी बेटी की शादी के लिए मुझे अपने परिवार से मिलना है.''
नलिनी ने अपनी बेटी की शादी के लिए 6 महीने की छुट्टी मांगी था. हालांकि 5 जुलाई को उसे मद्रास हाई कोर्ट से एक महीने का पेरोल ही मिला. जस्टिस एमएम सुंदरेश और जस्टिस एम निर्मल कुमार की बेंच ने तमिलनाडु सरकार को उसकी रिहाई की प्रक्रिया 10 दिन में पूरा करने का निर्देश दिया था.
कोर्ट ने पेरोल के दौरान नलिनी को कोई इंटरव्यू ना देने और किसी भी राजनीतिक व्यक्ति से मुलाकात ना करने का आदेश दिया है.
नलिनी के अलावा 6 और लोग भी राजीव गांधी हत्याकांड में उम्रकैद की सजा काट रहे हैं. इनमें नलिनी का पति और श्रीलंकाई नागरिक मुरुगन, एजी पेरारिवलन, टी सुतेंद्रराजा उर्फ सनतन, जयाकुमार, रॉबर्ट पायस और रविचंद्रन शामिल हैं. बता दें कि 21 मई, 1991 को तमिलनाडु के श्रीपेरंबदूर में एक चुनावी रैली के दौरान आत्मघाती बम धमाके में राजीव गांधी की हत्या हुई थी.
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