हाउडी मोदी में पीएम नरेंद्र मोदी ने दुनिया, अमेरिका और ह्यूस्टन में अमेरिकी भारतीयों को बताया कि भारत की परंपरा धैर्य की रही है लेकिन अब भारत विकास के लिए अधीर है. पीएम ने दावा किया कि देश में पहली बार कम महंगाई, कम वित्तीय घाटा और ग्रोथ का दौर आया है.
ह्यूस्टन के NRG स्टेडियम में 50 हजार से ज्यादा भारतीय-अमेरिकियों और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सामने पीएम मोदी ने कहा,
‘‘आज भारत का सबसे चर्चित शब्द है विकास, सबसे बड़ा मंत्र-सबका साथ, सबका विकास. आज भारत की सबसे बड़ी नीति-जन भागीदारी. आज भारत का सबसे प्रचलित नारा है- संकल्प से सिद्धि. आज भारत का सबसे बड़ा संकल्प है-न्यू इंडिया. भारत आज न्यू इंडिया के सपने को पूरा करने के लिए दिन रात एक कर रहा है.’’नरेंद्र मोदी (प्रधानमंत्री भारत)
पीएम ने कहा, ‘‘हम किसी दूसरे से नहीं, बल्कि खुद से मुकाबला कर रहे हैं. आज भारत कुछ लोगों की इस सोच को चैलेंज कर रहा है कि कुछ बदल नहीं सकता है. बीते पांच सालों में 130 करोड़ लोगों ने हर क्षेत्र में ऐसे नतीजे हासिल किए हैं, जिनकी कोई कल्पना भी नहीं कर सकता है. हमारा लक्ष्य ऊंचा है और हमारा हासिल उससे भी ऊपर.’’
‘‘अब भारत ने 5 ट्रिलियन डॉलर इकनॉमी के लिए कमर कसी है. इंफ्रा, निवेश, निर्यात बढ़ाने पर जोर है. हम इंफ्रा पर 100 लाख करोड़ खर्च करने वाले हैं. 5 साल में दुनिया में अनिश्चितताओं के बावजूद भारत की ग्रोथ रेट औसत 7% रही है. पहले किसी भी सरकार के पूरे कार्यकाल का औसत इतना नहीं रहा. 2014-2019 के बीच FDI फ्लो दोगुनी हुई है.’’नरेंद्र मोदी
कॉरपोरेट टैक्स घटाने का जिक्र
इस मौके पर पीएम ने हाल ही में घटाए गए कॉरपोरेट टैक्स का जिक्र भी किया. उन्होंने कहा कि जब वो एनर्जी सेक्टर के अमेरिकी कारोबारियों से मिले तो उनमें निवेश को लेकर उत्साह दिखा. पीएम कहा, ‘‘ट्रंप के साथ मिलकर 5 ट्रिलियन डॉलर की इकनॉमी और अमेरिकी तरक्की के सपनों को पंख लगाएंगे. आने वाले समय में ट्रंप के साथ मेरी बातचीत होनी है. उम्मीद है अच्छे नतीजे निकलेंगे. ट्रंप मुझे टॉप निगोशिएटर कहते हैं, लेकिन वो खुद भी ‘द आर्ट ऑफ दि डील’ में माहिर हैं. मैं उनसे बहुत कुछ सीख रहा हूं. बेहतर भविष्य के लिए हमारा फॉर्वर्ड मार्च तेज होने वाला है.’’
ईज ऑफ डुइंग बिजनेस भी, ईज ऑफ लिविंग भी
कार्यक्रम में मोदी ने कहा- ‘‘हमारे लिए जितना ईज ऑफ डुइंग बिजनेस का महत्व है, उतना ही ईज ऑफ लिविंग का भी. आजकल कहा जाता है - डेटा इज न्यू ऑइल. मैं कहूंगा-डेटा इज द न्यू गोल्ड. अगर सबसे कम कीमत पर कहीं डेटा उपलब्ध है तो वो देश है भारत. भारत में आज 1 GB डेटा की कीमत करीब 20 रुपए है. दुनिया में इतने डेटा की कीमत 25-30 गुना ज्यादा है. 10 हजार सेवाएं ऑनलाइन उपलब्ध हैं.’’
‘‘एक समय पासपोर्ट बनने में दो से तीन महीने लगते थे. अब एक हफ्ते में पासपोर्ट घर आ जाता है. पहले वीजा को लेकर किस तरह की दिक्कत थी, ये आप जानते हैं. आज भारत यूएस ई-वीजा सिस्टम का सबसे बड़ा यूजर है. नई कंपनी के रजिस्ट्रेशन में दो तीन हप्ते लग जाते थे, अब 24 घंटे में हो जाता है. एक समय टैक्स रिटर्न भरना सिरदर्द था, रिफंड आने में महीनों लग जाते थे, इस 31 अगस्त को सिर्फ एक दिन में करीब 50 लाख रिटर्न ऑनलाइन भरा. यानी ह्यूस्टन की कुल आबादी के डबल से ज्यादा. अब रिफंड महीनों में नहीं हफ्तों में आता है.’’नरेंद्र मोदी
वेलकम के साथ ही फेयरवेल
इस मौके पर पीएम मोदी ने अपनी सरकार की फ्लैगशिप योजनाओं के बारे में भी बताया. उन्होंने बताया, ‘‘2 अक्टूबर को भारत ओपन डेफिकेशन को फेयरवेल दे देगा. 5 साल में 1500 से ज्यादा पुराने कानूनों को फेयरवेल दे चुका है. दर्जनों टैक्स नियमों को फेयरवेल दिया, और GST लेकर आए. हम भ्रष्टाचार को भी चुनौती दे रहे हैं. बीते दो तीन साल में हमने 3.5 लाख संदिग्ध कंपनियों को फेयरवेल दे दिया. हमने 8 करोड़ नकली लोगों को फेयरवेल दिया जो सरकारी योजनाओं का लाभ उठा रहे थे. इससे 1.50 लाख करोड़ रुपए बचाए गए.’’
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)