बीएसपी के निकाले जाने के बाद नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने गुरुवार को लखनऊ में प्रेस कॉन्फ्रेंस की. नसीमुद्दीन ने मायावती पर कई गंभीर आरोप लगाए. नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने मायावती के साथ बातचीत के कुछ ऑडियो क्लिप जारी किए. उन्होंने कहा कि उन पर व्यापारियों से पैसा वसूलने का जो आरोप लगाया गया है वह गलत है.
नसीमुद्दीन ने कहा- प्रत्याशियों से पैसों की वसूली करने के लिए खुद मायावती कहती थीं. मैं सिर्फ उनके आदेश का पालन करता था. मुझे आरोपों पर जवाब देने के लिए भी समय नहीं दिया गया.
नसीमुद्दीन ने दावा किया कि यूपी चुनाव में हार मिलने के बाद मायावती ने मुसलमानों को गद्दार कहा. मायावती ने चुनाव के बाद उन्हें दिल्ली बुलाया था.
मायावती ने मुझसे पूछा कि मुसलमानों ने बीएसपी को वोट क्यों नहीं दिया? मैंने कहा कि सपा-कांग्रेस गठबंधन के बाद मुसलमान कंफ्यूज हो गया और वोट बंट गया, तो वो बोलीं इससे पहले भी गठबंधन हुआ लेकिन ऐसा पहले कभी नहीं हुआ. इसके बाद उन्होंने मुझे और मुस्लमानों को उल्टा-सीधा कहना शुरू कर दिया.नसीमुद्दीन सिद्दीकी
नसीमुद्दीन ने कहा कि मायावती ने सिर्फ मुसलमानों को ही भला बुरा नहीं कहा, बल्कि अपरकास्ट और बैकवर्ड क्लास को भी काफी बुरा भला कहा.
प्रॉपर्टी बेचकर पैसा लाने को कहा
नसीमुद्दीन ने दावा किया कि मायावती ने 19 अप्रैल के बाद उन्हें फोन किया और फिर मिलने के लिए बुलाया. नसीमुद्दीन ने कहा कि जब वो मिलने गये, तो मायावती ने उनसे 50 करोड़ रुपये का इंतजाम करने के लिए कहा.
नसीमुद्दीन ने कहा- ‘जब मैंने उनसे कहा कि 50 करोड़ कहां से लाऊंगा तो उन्होंने मुझसे कहा कि अपनी प्रॉपर्टी बेच दो. मैंने कहा आपको कैश चाहिए, अगर मैं अपनी प्रॉपर्टी भी बेच दूं तो भी चौथाई पैसा नहीं जुटेगा. बोलीं आगे बढ़ना है तो ऐसा करो.’
नसीमुद्दीन ने दावा किया कि उनके पास मायावती के इस तरह बातचीत के करीब 150 टेप हैं. उन्होंने कहा कि अभी जितनी जरूरत है, उतने ही टेप रिलीज कर रहा हूं. नसीमुद्दीन ने मायावती को धमकी देते हुए कहा कि वह आने वाले समय में और भी टेप जारी करेंगे.
आपको बता दें कि नसीमुद्दीन सिद्दीकी और उनके बेटे को बुधवार को पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में पार्टी से निकाल दिया था. नसीमुद्दीन बीएसपी के कद्दावर नेता और पार्टी में मुस्लिम चेहरा थे.
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