जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूकअब्दुल्ला को सात महीने बाद नजरबंदी से रिहा कर दिया गया है. नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूक ने रिहा होने के बाद कहा कि भविष्य की बात सभी नेताओं की रिहाई के बाद ही करेंगे.
फारूक अब्दुल्ला ने कहा, 'आज मेरे पास शब्द नहीं हैं. मैं आज आजाद हूं. अब, मैं दिल्ली जाऊंगा. संसद में उपस्थित रहूंगा और आप सभी से बात करूंगा.'
फारूक ने आगे कहा-
“मैं राज्य के लोगों, सभी नेताओं और देश के बाकी हिस्सों के लोगों का आभारी हूं, जिन्होंने हमारी आजादी के लिए बात की. ये आजादी तब पूरी होगी जब सभी नेता रिहा होंगे. मुझे उम्मीद है कि भारत सरकार सभी नेताओं को रिहा करेगी.”
बता दें, राज्य सरकार ने शुक्रवार को फारूक अब्दुल्ला की नजरबंदी खत्म करने का आदेश जारी किया था. उनपर से पीएसए हटा दिया गया था. 5 अगस्त को फारूक अब्दुल्ला को नजरबंद किया गया था. उन्हें अपने घर पर ही नजरबंद किया गया था.
फारूक अब्दुल्ला, उनके बेटे उमर अब्दुल्ला और जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती जैसे कई नेताओं को जम्मू-कश्मीर में आर्टिकल 370 हटाए जाने के बाद से ही नजरबंद किया हुआ है. 5 अगस्त को जम्मू-कश्मीर से विशेष राज्य का दर्जा देने वाला आर्टिकल 370 हटा दिया गया था. सरकार का कहना था कि नेताओं को नजरबंद बचाव के लिए किया गया है.
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