सुप्रीम कोर्ट ने देशभर में ''वैज्ञानिक, तर्कसंगत और न्यायसंगत आधार पर'' मेडिकल ऑक्सीजन की उपलब्धता और वितरण का आकलन करने के लिए एक 12-सदस्यीय नेशनल टास्क फोर्स का गठन किया है.
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यह टास्क फोर्स COVID-19 के इलाज के लिए जरूरी दवाओं की तर्कसंगत और समान उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए भी उपाय सुझाएगा, और महामारी की वजह से पैदा हुई बाकी चुनौतियों से निपटने के लिए सदस्यों के वैज्ञानिक और विशेष ज्ञान के आधार पर इनपुट प्रदान करेगा.
टास्क फोर्स की रिपोर्ट्स केंद्र और सुप्रीम कोर्ट को सौंपी जाएंगी. NDTV ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि यह आदेश देने वाली सुप्रीम कोर्ट की दो जजों की बेंच ने टास्क फोर्स के हर सदस्य से व्यक्तिगत तौर पर बात की है. यह टास्क एक हफ्ते के अंदर अपना काम शुरू कर देगा.
टास्क फोर्स को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि यह अभूतपूर्व मानव संकट से निपटने के लिए दिमागों के साथ आने और वैज्ञानिक रणनीतियों के निर्माण की सुविधा देगा.
इस नेशनल टास्क फोर्स में वेस्ट बंगाल यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंसेज के पूर्व वाइस चांसलर डॉ. भाबातोष विश्वास, गुरुग्राम के मेदांता हॉस्पिटल के चेयरपर्सन और मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ नरेश त्रेहान जैसे नाम शामिल हैं.
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टॉपिक: कोरोना
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