NCP के नेता और उद्धव सरकार में मंत्री नवाब मलिक ने आरोप लगाया कि एनसीबी का मुंबई ड्रग केस से जुड़ा पूरा छापा फर्जीवाड़ा है. मलिक का कहना है कि इसमें प्लान करने के बाद कुछ सेलेब्रिटीज को बुलाया गया और उन्हें सोची-समझी साजिश के तहत फंसाया गया है. अगर जरूरत पड़ी, तो मुंबई पुलिस पूरे मामले की जांच करेगी.
नवाब मलिक ने दावा किया कि एनसीबी की जिस रेड में आर्यन खान की गिरफ्तारी हुई थी, उसमें तीन लोगों को छोड़ा गया है. जिन लोगों को छोड़ा गया, उनमें ऋषभ सचदेव भी शामिल है, जो बीजेपी युवा मोर्चा के पूर्व अध्यक्ष मोहित कंबोज के साले हैं.
मलिक ने कहा, "ऋषभ सचदेव, अमीर फर्नीचरवाला और प्रतीक गाबा, इन 3 लोगों को छोड़ा गया. इनमें सचदेव, पूर्व बीजेपी युवा मोर्चा अध्यक्ष मोहित कंबोज के साले हैं. जब ऋषभ सचदेव को छोड़ा जा रहा था, तो उनके साथ उनके पिता और चाचा भी थे. उसके फोटो भी हमारे पास हैं. जबकि इनके ही बुलाने पर आर्यन खान वहां गए थे. वे अमीर फर्नीचरवाला और प्रतीक गाबा के फ्रेंड सर्कल से हैं."
मलिक ने दावा किया कि रेड की रात इन तीनों के कुछ रिश्तेदार एनसीबी ऑफिस पहुंचे थे. हमें शक है कि केंद्र से दबाव लाया गया होगा, जिसके बाद इन्हें छोड़ा गया. हमारी मांग है कि एनसीबी के जोनल डॉयरेक्टर समीर वानखेड़े के कॉल रिकॉर्ड की भी जांच होनी चाहिए. संभावना है कि उन्हें दिल्ली से कुछ बड़े लोगों और मोहित कंबोज के फोन आए हों.
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