टोक्यो ओलंपिक 2020 में भारत को पहला गोल्ड दिलाने वाले Neeraj Chopra ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि एथलेटिक्स में गोल्ड जीतना बेहद जरूरी था. विश्वास है कि इस गोल्ड मेडल के बाद देश में बहुत कुछ बदलेगा. नीरज ने आगे कहा कि मेडल जीतने के बाद लग रहा है कि हम एथलेटिक्स में आगे कुछ भी कर सकते हैं.
सालों से मेहनत कर रहे थे एथलीट्स और फेडरेशन, अब फल मिला
नीरज चोपड़ा ने एथलीट मिल्खा सिंह और पीटी ऊषा का नाम लेते हुए कहा कि पिछले कई सालों से हमारे खिलाड़ी मेहनत कर रहे हैं और फेडरेशन काम कर रही है. मेडल आने के बाद एथलेटिक्स और जेवलिन में कुछ न कुछ नया होगा. इंडिया में बहुत टैलेंट है.
पहला थ्रो अच्छा जाना बेहद जरूरी था, अगला लक्ष्य 90 मीटर
टूर्नामेंट पर बात करते हुए नीरज ने कहा कि मैच में पहला थ्रो अच्छा जाना बेहद जरूरी था. क्योंकि पहला थ्रो अच्छा जाता है तो प्रतिद्वंदी पर दबाव बनता है. सभी थ्रोर अपने आप में बेस्ट थे. पहला थ्रो अच्छा होने से मुझमें भी आत्मविश्वास आया और दूसरे थ्रोर पर प्रेशर आया. अब और ज्यादा प्रैक्टिस करनी है. अगला लक्ष्य है 90 मीटर के मार्क को अचीव करना.
गोल्ड जीतने के बाद खुद को कंट्रोल करना मुश्किल था
नीरज चोपड़ा बताते हैं कि गोल्ड जीतने के बाद जो थ्रो उन्हें फेंकना था, गोल्ड जीतने की खुशी के बाद उस वक्त खुद पर कंट्रोल करना बेहद मुश्किल था.
जब मुझे पता चला गया कि हम गोल्ड जीत गए हैं, इतनी खुशी थी कि दिमाग इधर-उधर होने लगा. बहुत मुश्किल से खुद को कंट्रोल कर मैंने गेम पर फोकस किया और वो थ्रो किया. मैं एक्सप्लेन नहीं कर सकता कि कितनी खुशी हुई.नीरज चोपड़ा
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