कोरोना वैक्सीनेशन ऐप CoWin में डेटा एंट्री से जुड़ी तकनीकी खामियों को दूर करने और नागरिकों की सुविधा के लिए 8 मई से एप में 4 अंकों सिक्योरिटी कोड जोड़ा जा रहा है. इस नए फीचर से वैक्सीन लगवाने वाले लोगों की सही जानकारी मिल सकेगी. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शुक्रवार को इस बात की जानकारी दी.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने दी जानकारी
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि कुछ ऐसे मामले सामने आए थे जिनमें CoWin ऐप पर रजिस्ट्रेशन के बाद अपॉइंटमेंट मिलने पर भी नागरिक वैक्सीनेशन के लिए नहीं पहुंचे लेकिन उन लोगों को वैक्सीन लगवाने का मैसेज पहुंचा. जांच में पता चला कि यह डेटा एंट्री से संबंधित गलती है.
इस पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि इस तरह की गलतियों को खत्म करने और लोगों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए CoWin एप में 8 मई से 4 अंकों का नया सिक्योरिटी कोड फीचर जोड़ा जा रहा है.
अब वैक्सीनेशन सेंटर्स पहुंचने वाले लोगों को वैक्सीन लगाने वाले कर्मचारियों को 4 अंकों का सिक्योरिटी कोड बताना होगा. इसके बाद ही वैक्सीन लगाई जाएगीऔर डिजिटल सर्टिफिकेट जारी होगा.
किसके लिए लागू होगा नया फीचर?
यह नया फीचर सिर्फ उन्हीं नागरिकों पर लागू होगा जिन्होंने वैक्सीनेशन के लिए ऑनलाइन बुकिंग कराई है. इससे पहले भी 28 अप्रैल को कोरोना वैक्सीनेशन के लिए रजिस्ट्रेशन के दौरान CoWin एप में तकनीकी खामी आने की वजह से रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया को रोकना पड़ा.
बता दें कि 1 मई से देशभर में 18 वर्ष से अधिक आयु वाले लोगों को कोरोना वैक्सीन लगाई जा रही है. हालांकि कई राज्यों में वैक्सीन की कमी की वजह से वैक्सीनेशन पूर्ण रूप से शुरू नहीं हो सका है.
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