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NIA और बंगाल पुलिस आमने-सामने क्यों? रेड मारने गई टीम पर हमला, फिर छेड़खानी का केस दर्ज

Bhupatinagar Blast Case: NIA की टीम ने भूपतिनगर ब्लास्ट केस में दो मुख्य साजिशकर्ताओं को गिरफ्तार किया है.

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पश्चिम बंगाल (West Bengal) के भूपतिनगर में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की टीम पर हमले के बाद सियासत गरमाई हुई है. भूपतिनगर ब्लास्ट मामले में अपनी कार्रवाई में किसी भी दुर्भावना से इनकार करते हुए NIA ने पूरे विवाद को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है.

बता दें कि शनिवार, 6 अप्रैल को भूपतिनगर के नरुआबिला गांव में छापेमारी के दौरान अनियंत्रित भीड़ ने NIA की टीम पर हमला किया था. जिसमें 1 अधिकारी घायल हुए थे. वहीं भीड़ ने गाड़ियों में भी तोड़फोड़ की थी.

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NIA ने क्या कहा?

रविवार, 7 अप्रैल को जारी एक बयान में NIA ने कहा, "राष्ट्रीय जांच एजेंसी पश्चिम बंगाल के भूपतिनगर इलाके में अपने हालिया कार्रवाई में किसी भी तरह की दुर्भावना से इनकार करते हुए रविवार को अपने खिलाफ लगाए गए गैरकानूनी कार्यों के आरोपों को नकारती है और पूरे विवाद को दुर्भाग्यपूर्ण मानते हुए खारिज करती है."

"NIA ने यह स्पष्ट कर दिया है कि उसकी कार्रवाई प्रामाणिक, वैध और कानूनी रूप से अनिवार्य थी."

NIA ने दोहराया है कि 2022 भूपतिनगर ब्लास्ट मामले की जांच के सिलसिले में शनिवार को जब उसकी टीम छापेमारी के लिए नरूआबिला गांव पहुंची थी, तब अनियंत्रित भीड़ ने हमला कर दिया. एजेंसी ने कहा, "हमला पूरी तरह से अकारण और अनावश्यक था और NIA को उसके कानूनी कर्तव्यों को पूरा करने से रोकने का प्रयास था."

ममता बनर्जी ने क्या आरोप लगाए थे?

इससे पहले पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने NIA की कार्रवाई पर सवाल उठाया था. ममता ने कहा, "उन्होंने आधी रात को छापा क्यों मारा? क्या उनके पास पुलिस की अनुमति थी?" इसके साथ ही उन्होंने कहा, "स्थानीय लोगों ने उसी तरह से प्रतिक्रिया दी जिस तरह से किसी अन्य अजनबी के आधी रात को जाने पर देते हैं."

"क्या वे चुनाव से ठीक पहले लोगों को गिरफ्तार कर रहे हैं? बीजेपी क्या सोचती है कि वे हर बूथ एजेंट को गिरफ्तार करेंगे? एनआईए को क्या अधिकार है जो वे बीजेपी का समर्थन करने के लिए ये सब कर रहे हैं."

वहीं हमले की निंदा करते हुए कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "कभी ED, NIA, CBI पर अटैक होता है. हम इसकी निंदा करते हैं. गुंडे सरकार की मदद से हमले करते हैं." इसके साथ ही उन्होंने कहा कि "अगर एजेंसी से दिक्कत है तो कोर्ट में जाना चाहिए. पुलिस को जांच टीम को सुरक्षा देनी चाहिए."

NIA अधिकारियों के खिलाफ FIR

वहीं भूपतिनगर में NIA टीम हमले के बाद गिरफ्तार किए गए दो लोगों में से एक के परिवार ने अधिकारियों पर छेड़छाड़ का आरोप लगाते हुए FIR दर्ज कराई है. पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी है.

IANS द्वारा संपर्क किए जाने पर, कोंटाई के उप-विभागीय पुलिस अधिकारी, दिबाकर दास ने FIR की पुष्टि की है. उन्होंने कहा कि शनिवार रात गिरफ्तार किए गए दो तृणमूल कांग्रेस नेताओं में से एक के परिवार के सदस्यों ने NIA अधिकारियों के खिलाफ स्थानीय पुलिस स्टेशन में महिलाओं से छेड़छाड़ का आरोप लगाते हुए एक जवाबी प्राथमिकी दर्ज कराई है.

“NIA द्वारा शनिवार को गिरफ्तार किए गए दो लोगों में से एक मोनोब्रत जना के परिवार के सदस्यों द्वारा भारतीय दंड संहिता की धारा 354 के तहत FIR कराई गई है. IPC की धारा 354 (महिलाओं की लज्जा भंग करने की सजा) एक गैर-जमानती अपराध है."

अब भूपतिनगर पुलिस स्टेशन की पुलिस ने दो समानांतर जांच शुरू की है. पहली NIA द्वारा उनके अधिकारियों पर हमले की घटना पर दर्ज की गई शिकायत पर आधारित है और दूसरी कथित छेड़छाड़ की शिकायत के आधार पर केंद्रीय एजेंसी के अधिकारियों के खिलाफ है. हालांकि, हमले के मामले में 24 घंटे बीत जाने के बाद भी किसी आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया गया है.

क्या है पूरा मामला?

दिसंबर 2022 में पश्चिम बंगाल के भूपतिनगर के नरुआबिला गांव में हुए विस्फोट में तीन लोगों की मौत हो गई थी. राज्य पुलिस ने शुरुआत में विस्फोट में मारे गए तीन लोगों के खिलाफ 3 दिसंबर 2022 को FIR दर्ज की थी लेकिन FIR में विस्फोटक पदार्थ अधिनियम के प्रावधान नहीं जोड़े थे.

इसके बाद कलकत्ता हाई कोर्ट के निर्देश पर NIA ने 6 जून 2023 को मामले की जांच अपने हाथ में ली और विस्फोटक पदार्थ अधिनियम के तहत FIR दर्ज किया.

NIA ने शनिवार, 6 अप्रैल को इस मामले में दो प्रमुख साजिशकर्ता मनोब्रत जना और बलाई चरण मेइती को गिरफ्तार किया है. NIA ने अपनी जांच में पाया था कि दोनों लोगों ने कच्चे बम बनाने की साजिश में सक्रिय रूप से भाग लिया था और इसके लिए समर्थन भी दिया था.

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