राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने शनिवार को धर्म प्रचारक जाकिर नाइक के इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन (आईआरएफ) के खिलाफ दर्ज एक मामले को लेकर मुंबई में 10 जगहों पर छापेमारी की है.
छापेमारी से यह तय हो गया है कि मुस्लिम धर्म प्रचारक जाकिर नाइक के खिलाफ सरकार ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है और जाकिर की मुसीबतें अब बढ़ने वाली हैं.
एनआईए ने आतंकवाद रोधी कानून UAPA के तहत दर्ज एक प्राथमिकी में नाइक, आईआरएफ और अन्य का नाम शामिल किया है. सभी कागजात को सीलबंद करते हुए एनआईए ने अपने कब्जे में ले लिया.
नाइक अभी भारत से बाहर हैं. उन पर ओसामा बिन लादेन का गुणगान करने और धार्मिक भावना भड़काने का भी आरोप है. उसने कथित तौर पर कहा था कि सभी मुसलमानों को आतंकवादी होना चाहिए.
नाइक की संस्था पर लग चुका है 5 साल का बैन
सरकार ने कुछ दिन पहले ही जाकिर के एनजीओ इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन पर पांच साल का बैन लगा दिया था. जाकिर के एनजीओ पर गैरकानूनी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप है.
ये एनजीओ उस वक्त घेरे में आ गया था, जब बांग्लादेश में हुए हमले के पीछे आतंकी ने जाकिर नाइक के भाषणों को जिम्मेदार बताया था.
उनके एनजीओ पर विदेश से चंदा लेने पर रोक लगाई गई थी. सरकार ने गजट नोटिफिकेशन जारी कर कहा था कि जाकिर नाइक का एनजीओ अवैध गतिविधियों में शामिल है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)