पुलवामा अटैक मामले में NIA को एक बड़ी सफलता मिली है. NIA ने जैश-ए-मोहम्मद के एक ओवर-ग्राउंड वर्कर शाकिर बशीर को गिरफ्तार किया है. जिसने आत्मघाती हमलावर आदिल अहमद डार की सहायता की थी.
राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने खुलासा किया है कि उसने 2018 के अंत से फरवरी 2019 तक अपने घर में आदिल अहमद डार और पाकिस्तानी आतंकवादी मोहम्मद उमर फारूक को पनाह दी थी और IED की तैयारी में उनकी सहायता की थी. शाकिर बशीर को पूछताछ के लिए 15 दिन की NIA हिरासत में भेज दिया गया है.
कई आतंकी NIA की गिरफ्त में
बता दें पुलवामा हमले के बाद, हमले में सीधे तौर पर शामिल जैश के चार आतंकवादी मारे गए, जबकि चार अन्य को अलग-अलग ऑपरेशंस में गिरफ्तार किया गया है. कश्मीर घाटी में जैश के 40 ग्राउंड सपोर्टर्स से पूछताछ के जरिए इनपुट हासिल किए गए.
सुरक्षाबलों से जुड़े सूत्रों की मानें तो पिछले साल 18 फरवरी को कामरान, 11 मार्च को मुशाशिर अहमद खान और 11 मार्च को ही सज्जाद भट नाम के आतंकी मारे गए.
NIA की हिरासत में मदद करने वाला आतंकी
निसार अहमद तांत्रे और सज्जाद समेत दो आतंकी आतंकवादी हमले में भूमिका के लिए एनआईए की हिरासत में हैं. तांत्रे ने पाकिस्तान स्थित जैश आतंकवादी यासिर से वाहन आधारित इंप्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस हासिल कर आत्मघाती हमलावर आदिल अहमद डार की मदद की थी.
बता दें 14 फरवरी को पुलवामा जिले में CRPF के काफिले पर फिदायीन हमला हुआ था, इसमें 40 जवान शहीद हो गए थे. काफिले में 78 व्हीकल्स थे, जिनमें 2,500 जवान मौजूद थे. 14 फरवरी 2019 को पुलवामा में आरडीएक्स से लैस एक गाड़ी CRPF के काफिले से टकरा गई. इस धमाके ने जवानों की जान ले ली.
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