2012 निर्भया गैंगरेप और हत्या मामले के दोषियों में से एक विनय शर्मा ने अब नया पैंतरा चला है. विनय ने सुप्रीम कोर्ट में आरोप लगाया है कि राष्ट्रपति की ओर से उसकी दया खारिज शत्रुतापूर्ण तरीके से खारिज की गई है. दोषी विनय ने साथ ही अपनी मौत की सजा को उम्र कैद में बदलने का भी अनुरोध किया है. विनय ने अपनी याचिका में दलील दी है कि जेल में ‘कथित यातनाओं और दुर्व्यवहार’ की वजह से वह मानसिक रूप से अस्वस्थ हो गया है.
सुप्रीम कोर्ट ने विनय शर्मा की दया याचिका राष्ट्रपति की ओर से खारिज किए जाने के खिलाफ दायर याचिका पर गुरुवार को सुनवाई पूरी की. जस्टिस आर भानुमति, जस्टिस अशोक भूषण और जस्टिस एएस बोपन्ना की पीठ ने विनय शर्मा की याचिका पर करीब दो घंटे तक सुनवाई के बाद कहा कि इस पर शुक्रवार को दोपहर दो बजे फैसला सुनाया जाएगा.
निर्भया केस पर 13 फरवरी को कोर्ट में तीन और मामलों पर सुनवाई हुई है...
दोषियों को अलग-अलग फांसी देने की मांग कर रही याचिका पर सुनवाई टली
सुप्रीम कोर्ट ने निर्भया मामले के चारों दोषियों को अलग-अलग फांसी देने की मांग कर रही केंद्र की याचिका पर सुनवाई शुक्रवार के लिए स्थगित कर दी. कोर्ट ने इस याचिका पर दोषियों से जवाब मांगा है. पीठ ने इस मामले में एक दोषी पवन गुप्ता का प्रतिनिधित्व करने के लिए सीनियर एडवोकेट अंजना प्रकाश को न्याय मित्र नियुक्त किया.
पवन गुप्ता अब एक मात्र दोषी बचा है जिसने न तो सुधारात्मक याचिका दायर की है और न ही दया याचिका का ऑप्शन चुना है.
दिल्ली कोर्ट ने रवि काजी को दोषी पवन के नए वकील के रूप में नियुक्त किया
दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट ने गुरुवार को एडवोकेट रवि काजी को दोषी पवन गुप्ता के नए वकील के रूप में नियुक्त किया है. दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट ने कहा, संविधान का अनुच्छेद-21 जीवन की अंतिम सांस तक दोषियों के जीवन और स्वतंत्रता की रक्षा करता है.
इससे पहले तिहाड़ जेल के अधिकारियों ने गुरुवार को कोर्ट को बताया था कि निर्भया मामले के चार दोषियों में से एक पवन गुप्ता ने कानूनी मदद के रूप में वकील लेने से इनकार कर दिया है. पवन ने कहा था कि उसने अपने पहले वकील को हटा दिया है और नया वकील करने के लिए उसे समय चाहिए.
निर्भया के दोषियों के डेथ वारंट पर 17 फरवरी को होगी सुनवाई
दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट ने निर्भया के दोषियों को मिली मौत की सजा के मामले में 17 फरवरी तक सुनवाई टाल दी है. राज्य सरकार और पीड़िता के माता-पिता की ओर से दोषियों का डेथ वारंट जारी करने की मांग की गई है. कोर्ट ने गुरुवार को डेथ वारंट जारी करने से इसलिए मना कर दिया क्योंकि दोषी विनय की दया याचिका को खारिज करने को चुनौती देने वाली याचिका सुप्रीम कोर्ट में लंबित है.
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