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NHAI अफसरों के लिए बोले गडकरी-’देखना होगा कौन घोड़ा और कौन गधा?’

कई परियोजनाओं में देरी के लिए एनएएचआई के आला अफसरों के रवैये पर केंद्रीय मंत्री ने दिखाई नाराजगी.

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केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने 26 अक्टूबर को कई परियोजनाओं में देरी के लिए NHAI के आला अफसरों के रवैये पर नाराजगी दिखाई. उन्होंने द्वारका में एनएएचआई के भवन के निर्माण में नौ साल लग जाने पर हैरानी जताते हुए कहा कि इसके लिए जिम्मेदार अफसरों की भवन में फोटो लगनी चाहिए, ताकि लोगों को पता चला कि किन महान हस्तियों के कारण एक भवन बनाने में नौ साल लग गए. गडकरी ने कहा कि इस भवन में हुई देरी पर एक रिसर्च पेपर भी बनना चाहिए.

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ऐसे लोगों की तस्वीर ऑफिस में लगनी चाहिए: गडकरी

द्वारका में बने एनएएचआई के नए भवन के वर्चुअल उद्घाटन समारोह में केंद्रीय मंत्री ने कहा,

“कोई भी नया काम होने के बाद अभिनंदन करने की परंपरा है. मुझे संकोच हो रहा है, मैं आप लोगों का अभिनंदन कैसे करूं, मुझे शर्म आती है. क्योंकि 2008 में तय हुआ था कि कैसे बिल्डिंग बने. 2011 में टेंडर हुआ. इस काम को पूरा देखने के लिए दो सरकारें और आठ चेयरमैन लगे. तब जाकर ये काम पूरा हुआ है.”

गडकरी ने तंज कसते हुए कहा, "जिन महान हस्तियों की वजह से 2011 से लेकर 2020 तक नौ साल भवन निर्माण संभव हुआ, उन सीजीएम और जीएम के फोटो इस ऑफिस में जरूर लगना चाहिए. ताकि नौ साल की देरी का इतिहास सबके सामने आए."

12-13 साल से कई अफसर चिपके हैं: गडकरी

केंद्रीय मंत्री ने भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) में लंबे समय से अफसरों के जमे होने पर भी नाराजगी जताई. उन्होंने कहा कि भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण में ऐसे अफसर हैं, जो परियोजनाओं में देरी करते हैं. कई ऐसे अफसर हैं जो निर्णय नहीं करते हैं. कई अफसर 12 से 13 साल से चिपके हुए हैं.

गडकरी ने कहा कि NHAI में ऐसे लोगों का भर्ती रहना देश के लिए अच्छा नहीं है. उन्होंने कहा कि इन 11 सालो में जिन भी अधिकारियों ने इस प्रोजेक्ट पर काम किया है, जिनसे फैसला लेने में देरी हुई है उन सब की रिपोर्ट चाहि.

(इनपुट: IANS)

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