पीएम मोदी ने एक बार फिर सभी देशों से आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में एकजुट होने की अपील की है. उन्होंने कहा कि आतंकवाद से अफगानिस्तान की शांति को खतरा है और पूरे क्षेत्र में शांति बहाली की कोशिशें की जा रहीं हैं. पीएम मोदी ने यह भी कहा कि सीमापार से चल रहे आतंकवाद की पहचान करनी होगी और इससे मिलकर लड़ना जरूरी है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को अमृतसर में हार्ट ऑफ एशिया सम्मेलन के उद्घाटन समारोह में सभी देशों के प्रतिनिधियों को संबोधित कर रहे थे.
अफगानिस्तान में शांति लाना है मकसद
पीएम मोदी ने कहा कि अफगानिस्तान के राष्ट्रपति के साथ मिलकर छठवें हार्ट ऑफ एशिया सम्मेलन का उद्घाटन करना हमारे लिए खुशी की बात है. इस मौके पर उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान के साथ भारत के करीबी रिश्ते हैं और उसकी मदद करना हमारा मकसद है. उन्होंने कहा कि हम अफगानिस्तान में शांति लाना चाहते हैं.
भारत ने अफगानिस्तान को दिया मदद का भरोसा
हार्ट ऑफ एशिया समिट से पहले अफगानिस्तान के राष्ट्रपति के साथ पीएम मोदी की द्विपक्षीय वार्ता हुई. इस दौरान दोनों नेताओं ने व्यापार, निवेश, अफगानिस्तान में भारत की तरफ किए जा रहे निर्माण और सुरक्षा को मजबूत करने जैसे कई अहम मुद्दों पर चर्चा की. बैठक में पीएम मोदी ने गनी को भरोसा दिलाया कि अफगानिस्तान में शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए भारत की तरफ से सहयोग जारी रहेगा.
गनी ने मदद के लिए जताया भारत का आभार
अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने सम्मलेन के उद्घाटन के मौके पर कहा कि भारत अफगानिस्तान को बिना शर्त आर्थिक सहयोग दे रहा है. इसके लिए अफगानिस्तान, भारत का शुक्रिया अदा करता है. गनी ने सपोर्ट के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा को भी धन्यवाद दिया.
आतंकवाद को लेकर पाक पर बरसे अशरफ
अशरफ गनी ने आतंकवाद को लेकर पाकिस्तान पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि तालिबान इस बात को स्वीकार कर चुका है कि उसे पाकिस्तान से सपोर्ट मिल रहा है. गनी ने कहा कि अफगानिस्तान में पिछले साल सबसे ज्यादा मौतें आतंकवाद की वजह से ही हुईं हैं. उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान आतंकवाद को कभी भी बर्दाश्त नहीं करेगा.
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