ADVERTISEMENTREMOVE AD

डटे हैं डोभाल,शोपियां के बाद अनंतनाग में लोगों से मुलाकात 

जम्मू-कश्मीर में हालात नाजुक हैं, इस लिहाज से एनएसए डोभाल की मौजूदगी वहां काफी अहम है

Updated
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा

जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाने के फैसले बाद घाटी में सुरक्षा को लेकर काफी कड़े इंतजाम किए गए हैं. घाटी में धारा 144 लागू है.सुरक्षा व्यवस्था की निगरानी के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल घाटी में दौरा कर रहे हैं. दो दिन पहले शोपियां में स्थानीय नागरिकों से मुलाकात करने और उन्हें भरोसा दिलाने के बाद अब वह अनंतनाग के दौरे पर हैं. शनिवार को उन्होंने यहां लोगों से मुलाकात की.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

बकरीद के लिए लगी भेड़ मंडी में पहुंचे अजित डोभाल

अनंतनाग दौरे के वक्त डोभाल बकरीद की कुरबानी के लिए भेड़ ले जाते लोगों से बात करते और उनके कारोबार के बारे में जायजा लेते दिखे. इससे पहले वह शोपियां में स्थानीय लोगों से मुलाकात करते और उनके साथ खाना खाते दिखे थे. इस वीडियो में वह स्थानीय लोगों को उनके बेहतर भविष्य के प्रति भरोसा दिला रहे थे. डोभाल का कहना था कि सरकार ने जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाने का फैसला उनके हित में किया है.

जम्मू-कश्मीर के अंदरुनी इलाके में हालात कैसे हैं. इस बारे में अभी ज्यादा जानकारी नहीं मिल रही है. लेकिन न्यूज एजेंसी एएनआई की तस्वीरों से पता चलता है श्रीनगर में हालात पहले की तुलना में थोड़ी ठीक हुई है. सड़कों पर लोग नजर आ रहे थे. फलों की रेहड़ियां और फुटपाथ पर सामान बेचने वाले भी दिख रहे थे. श्रीनगर में एटीएम खुले हुए थे और लोग उनसे पैसे निकालते हुए दिख रहे थे.
ADVERTISEMENTREMOVE AD

इस बीच, जम्मू-कश्मीर के मुख्य चुनाव अधिकारी शैलेंद्र कुमार ने शनिवार को गवर्नर से मुलाकात की. उन्होंने गवर्नर से राज्य में मतदान सूची और चुनाव से जुड़ी गतिविधियों की समीक्षा के बारे में बातचीत की. उन्होंने गवर्नर को ब्लॉक डेवलपमेंट काउंसिल के चुनाव के लिए मतदाता सूची से जुड़ी गतिविधियों के बारे में जानकारी दी. जहां तक विधानसभा के चुनावों का सवाल है तो सरकार ने कहा है कि वह हालात सामान्य होते ही जम्मू-कश्मीर के चुनाव कराएगी.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: 
सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
×
×