नूंह हिंसा (Nuh Violence) के आरोपी और गौ रक्षा बजरंग फोर्स के राष्ट्रीय अध्यक्ष बिट्टू बजरंगी (Bittu Bajrangi) के भाई, महेश पांचाल (Mahesh Panchal) की इलाज के दौरान मौत हो गई. वो पिछले 27 दिनों से अस्पताल में भर्ती थे. दिल्ली AIIMS में उनका इलाज चल रहा था. पोस्टमार्टम के बाद जब शव हरियाणा (Haryana) के फरीदाबाद में उनके घर पर पहुंचा तो स्थानीय लोगों ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए जमकर नारेबाजी की और धरने पर बैठ गए. फरीदाबाद पुलिस अलर्ट मोड में हैं.
तस्वीरें फरीदाबाद के पर्वतीय कॉलोनी की हैं, जहां पर बिट्टू बजरंगी के भाई, महेश का शव पहुंचने पर सैकड़ों की संख्या में समर्थक जमा हो गए.
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कैसे हुई महेश पांचाल की मौत?
आरोप है कि बिट्टू बजरंगी के भाई महेश पांचाल पर बीते 13 और 14 दिसंबर की रात कुछ अज्ञात बदमाशों ने ज्वलनशील पदार्थ डालकर आग लगा दिया था. घटना की जांच के लिए फरीदाबाद पुलिस ने SIT भी गठित की है, लेकिन अभी मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है.
भाई की मौत पर बेहोश हुआ बिट्टू बजरंगी
बिट्टू बजरंगी भाई की मौत के गम में, न केवल फूट-फूट कर रोया बल्कि कई बार वह बेहोश भी हो गया. बिट्टू बजरंगी और उसके समर्थकों ने शासन-प्रशासन से कई मांगें करते हुए घंटों तक शव को घर के बाहर ही रखा और दाह संस्कार करने से इनकार कर दिया.
महेश पांचाल की मौत पर परिजनों ने सरकार से क्या मांग की है?
महेश पांचाल के शव के साथ धरने पर बैठे लोगों और परिजनों ने सरकार के सामने कुछ मांगें रखी हैं. कई घंटों की मीटिंग के बाद जिला प्रशासन के साथ मांगों को लेकर सहमति बनी. इसके बाद महेश के शव को दाह संस्कार के लिए परिजनों द्वारा ले जाया गया.
आरोपियों की गिरफ्तारी
परिवार को एक करोड़ रुपए की आर्थिक सहायता
एक सरकारी नौकरी
बिट्टू बजरंगी को पुलिस द्वारा सुरक्षा
परिजनों के द्वारा मांग किए जाने के बाद काफी देर तक एसीपी विष्णु दयाल, बिट्टू बजरंगी और एसडीम बल्लबगढ़ त्रिलोक चंद की मीटिंग हुई. इसके बाद बिट्टू बजरंगी ने कहा कि वह प्रशासन से संतुष्ट है, सभी मांगे मान ली गई हैं और अब दाह संस्कार किया जाएगा.
वहीं इस मामले में एसीपी विष्णु प्रसाद ने जानकारी देते हुए बताया कि बिट्टू बजरंगी से सभी मांगों पर सहमति बन गई है और आरोपियों को भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा.
(इनपुट- मनोज कुमार)
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