बीजेपी नेता नूपुर शर्मा सोशल मीडिया पर एक तस्वीर शेयर कर विवादों में घिर गईं हैं. दरअसल, नूपुर ने दंगे की एक तस्वीर पोस्ट कर लोगों से पश्चिम बंगाल में सांप्रदायिक हिंसा के खिलाफ जंतर-मंतर पर प्रदर्शन में हिस्सा लेने की अपील की थी. ये पोस्ट देखकर कई लोगों ने तो ये दावा किया कि ये तस्वीर पश्चिम बंगाल की नहीं 2002 के गुजरात दंगे की है.
नूपुर ने जलती हुई गाड़ियों की तस्वीरें पोस्ट की थी, जिसके बाद ट्विटर पर कई लोगों ने नूपुर पर अफवाह फैलाने का आरोप लगाया.
नूपुर शर्मा के ट्वीट के बाद ट्विटर यूजर्स ने उन पर गलत तस्वीर के माध्यम से नफरत भड़काने का आरोप लगाया.
जब लोगों ने नूपुर पर अफवाह फैलाने का आरोप लगाया, तब नूपुर ने जवाब में कहा कि जगह मायने नहीं रखती क्योंकि तस्वीर बंगाल की वास्तविकता दर्शाती है. कुछ लोगों ने इस ट्वीट पर दिल्ली पुलिस का ध्यान खींचने की कोशिश की और मांग की कि उन्हें गिरफ्तार किया जाए.
फेसबुक पोस्ट को लेकर पश्चिम बंगाल में भड़की थी हिंसा
कुछ दिन पहले पश्चिम बंगाल के 24 परगना में हिंसा तब शुरू शुरू हुई थी, जब एक लड़के ने फेसबुक पर एक आपत्तिजनक तस्वीर शेयर की थी. हालांकि आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया था, लेकिन 24 परगना जिले में हिंसा की वारदातें बढ़ती गईं.
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