ओडिशा के सिमिलीपाल टाइगर रिजर्व में पिछले 10 दिनों से आग धधक रही है. इस आग ने करीब एक तिहाई पार्क को अपनी चपेट में ले लिया है. सिमलीपाल नेशनल पार्क में लगी ये आग बेकाबू होकर लगातार आगे बढ़ रही है. अब सवाल उठ रहे हैं कि इतने दिनों से जल रहे इस नेशनल पार्क की सुध क्यों नहीं ली गई?
जंगल में तेजी से फैल रही आग
अब तक आग पार्क के कुल 21 रेंजों में से 8 रेंज को अपनी चपेट में ले चुकी है. आग लगने के कई दिनों बाद अब सरकार हरकत में आई है और इसे बुझाने का काम चल रहा है.
केंद्रीय वन मंत्री प्रकाश जावडेकर ने मंगलवार 2 मार्च को अधिकारियों को निर्देश दिए कि वो आग बुझाने के लिए हर मुमकिन कोशिश करें और जल्द से जल्द आग पर काबू पाया जाए. लेकिन आग लगने के करीब 9 दिनों के बाद केंद्रीय मंत्री की तरफ से ये निर्देश जारी किए गए, तब तक कई एकड़ जंगल आग की चपेट में आ चुका था. अब तक आग पर काबू नहीं पाया गया है, क्योंकि पिछले दिनों में आग ने काफी बड़े इलाके को अपनी चपेट में ले लिया, जिसके चलते अब वन अधिकारियों को मशक्कत करनी पड़ रही है.
कैसे एक्शन में आई सरकार?
सिमलीपाल नेशनल पार्क ओडिशा के मयूरभंज इलाके में आता है. यहां आग लगने के बाद कई लोगों ने प्रशासन से इसकी शिकायत तो की, लेकिन तुरंत कोई कार्रवाई नहीं हुई. लेकिन जब मयूरभंज के शाही परिवार की राजकुमारी अक्षिता भंजदेव ने इसे लेकर ट्वीट किया तो प्रशासन और सरकार हरकत में आई. अक्षिता ने नेशनल मीडिया पर भी गुस्सा उतारा और कहा कि एशिया के दूसरे सबसे बड़े बायोस्फेयर रिजर्व में आग लगी है और कोई भी नेशनल मीडिया इसे कवर नहीं कर रहा है.
आग को लेकर कई तरह के सवाल भी खड़े हो रहे हैं. इस नेशनल पार्क में अवैध गतिविधियों की तरफ भी इशारा हो रहा है. खुद राजकुमारी अक्षिता ने कहा कि हाल ही में यहां से कई किलो हाथी दांत बरामद हुए थे. इसीलिए हो सकता है कि ये काम जंगल माफियाओं का हो.
‘मयूरभंज में लगातार हो रही अवैध माइनिंग’
राजकुमारी अक्षिता भंजदेव ने मयूरभंज में प्रकृति के साथ हो रहे खिलवाड़ का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि मानव हस्तक्षेप से प्रकृति को नुकसान पहुंचाया जा रहा है. लगातार माइनिंग हो रही है और जंगलों को तबाह किया जा रहा है. पिछले कुछ महीनों में हमने देखा कि अवैध माइनिंग के खिलाफ आवाज उठाने वाले आदिवासियों को पीटा गया या फिर मार दिया गया.
उन्होंने देश और दुनिया के तमाम लोगों से अपील करते हुए कहा कि वो इसके खिलाफ आवाज उठाएं. क्लाइमेट जेंच को लेकर बात होनी जरूरी है. उन्होंने नेशनल मीडिया से कहा कि वो हमारे महल में आ सकते हैं और यहां जो कुछ भी हो रहा है उसे कवर कर सकते हैं.
आग को लेकर केंद्रीय मंत्रियों ने किए ट्वीट
इसके बाद केंद्र सरकार के पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान का ट्वीट आया. जिसमें उन्होंने आग को लेकर देर से ही सही, लेकिन हैरानी जताई. प्रधान ने केंद्रीय वन मंत्री जावडेकर और ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक से इस तरफ ध्यान देने की अपील की. अब अपने ही मंत्री के ट्वीट पर जवाब देते हुए केंद्रीय वन मंत्री प्रकाश जावडेकर ने भी ट्वीट कर दिया. जिसमें उन्होंने बताया कि, मैंने अधिकारियों को तुरंत एक्शन लेने के निर्देश जारी किए हैं और मामले पर पूरी रिपोर्ट मांगी है.
बता दें कि सिमलीपाल नेशनल पार्क कुल 2750 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है. इस नेशनल पार्क में एलिफेंट रिजर्व और टाइगर रिजर्व भी हैं. जो आग लगी है वो टाइगर रिजर्व के आसपास के इलाके में फैली है. यहां पर टाइगर, लैपर्ड, हाथी, चीतल और करीब 304 प्रकार की पक्षियों की प्रजातियां रहती हैं. जिन पर अब आग के चलते खतरा बना हुआ है. पर्यावरण से जुड़े तमाम लोग इस पर चिंता जाहिर कर रहे हैं.
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