ओडिशा के बालासोर (Odisha Train Accident) में हुए भीषण ट्रेन हादसे ने बिहार के पूर्वी चंपारण जिले के मोतिहारी शहर के एक व्यक्ति की जान ले ली. दुर्घटनास्थल से राजा पटेल के शव को घर लाने के लिए एम्बुलेंस सेवा द्वारा 45,000 रुपये की मांग की गई. जिस पर उनके परिवार के सदस्य सोच रहे हैं कि वे इतनी बड़ी रकम की व्यवस्था कैसे करेंगे.
छह अन्य दोस्तों के साथ रोजी-रोटी कमाने जा रहा था राजा पटेल
राजा, जो छह अन्य दोस्तों के साथ रोजी-रोटी कमाने और अपने संबंधित परिवारों की वित्तीय स्थिति में सुधार करने के लिए केरल जाने के लिए कोरोमंडल एक्सप्रेस ट्रेन में सवार हुआ था. सभी आठ व्यक्ति बालासोर में दुर्घटना का शिकार हुए और अब एंबुलेंस सेवा राजा के शव को घर लाने के लिए 45,000 रुपये की मांग कर रही है.
बता दें, राजा के दो दोस्त, विजय और संजय गंभीर रूप से घायल हैं, जबकि अन्य चार को चोटें आई हैं, लेकिन वे खतरे से बाहर हैं.
परिवार ने कहा " अब हम क्या करें"
राजा पटेल के पिता भुवन पटेल ने कहा, राजा हमारे परिवार का एकमात्र कमाने वाला था. वो अपने दोस्तों के साथ कोलकाता और चेन्नई के रास्ते त्रिवेंद्रम पहुंचने के लिए केरल जा रहा था और कोरोमंडल एक्सप्रेस ट्रेन में सवार हुआ था और बालासोर में एक दुर्घटना का शिकार वो हो गए. अब राजा के शव को घर वापस लाने के लिए एम्बुलेंस सेवा 45,000 रुपये की मांग कर रही है. हम पैसे का इंतेजाम कैसे करेंगे, क्योंकि हम तो खाने-पीने की चीजों के लिए भी संघर्ष कर रहे हैं. हमने सोचा कि राजा केरल पहुंचने के बाद हमें पैसे भेजेंगा, अब, मैं क्या करूं, राज्य या केंद्र सरकार हमारी मदद नहीं कर रही है.
राजा अपने दोस्तों - संजय पासवान, विजय पासवान, विशाल पासवान, उमेह पासवान, सूरज राउत और गौरी शंकर गिरि के साथ मोतिहारी से कोलकाता जाने वाली मिथिला एक्सप्रेस में सवार हुआ और फिर कोलकाता से चेन्नई कोरोमंडल एक्सप्रेस के एक कोच में सवार हुआ था.
राजा की एक साल पहले ही शादी हुई थी और उसका दो महीने का बच्चा भी है. उसकी पत्नी और मां असहाय महसूस कर रही हैं. राजा के दो दोस्त, विजय और संजय गंभीर रूप से घायल हैं, जबकि अन्य चार को चोटें आई हैं, लेकिन वे खतरे से बाहर हैं.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)