Odisha: ओडिशा में एक इंजीनियर के घर छापा मारने पहुंची विजलेंस की टीम को देखते ही शख्स ने छत से कूद कर भागने की कोशिश की. इस व्यक्ति का नाम सुनील कुमार पाढ़ी है, जो ओडिशा सरकार की ग्रामीण जल आपूर्ति विभाग में एक असिस्टेंट इंजीनियर के पद पर तैनात है. पाढ़ी पर आय से अधिक संपत्ति का आरोप है, जिसकी जांच करने विजलेंस के अधिकारी पहुंचे थे.
इंजीनियर ने क्या कहा?
आरोपी इंजीनियर सुनील कुमार पाढ़ी ने कहा कि उसने न तो भागे की कोशिश की और न ही कहीं छुपे की. उसने कहा कि वह विजलेंस अधिकारियों के जांच में सहयोग करेगा. पाढ़ी वर्तमान में असिस्टेंट इंजीनियर है, जो ग्रामीण जल आपूर्ति और स्वच्छता विभाग के भुवनेश्वर डिवीजन में तैनात हैं.
जांच से क्या पता चला?
एक बयान में विजलेंस विभाग के अधिकारियों ने कहा कि...
"सुनील कुमार पाढ़ी के पास 1.10 करोड़ रुपये की एक तीन मंजिला इमारत, अलग-अलग स्थानों पर पांच प्लॉट और उनके पैतृक गांव में एक मार्केट कॉमप्लेक्स है. इसके अलावा 57 लाख रुपये की बैंक जमा राशि, 4 लाख रुपये से अधिक की नकदी भी बरामद हुई. 16 घंटे से अधिक समय तक चली तलाशी के दौरान एक चार पहिया वाहन, 24 बैंक खाते और अन्य संपत्तियों का भी पता चला है."
पड़ोसी ने दी सूचना
एक विजलेंस अधिकारी ने कहा कि, उसके एक पड़ोसी ने आरोपी के छुपे होने की जानकारी दी. जिसके बाद विजलेंस टीम ने इंजीनियर को पास छुपे एक छत से खोज निकाला.
पांच विजलेंस टीमों ने पाढ़ी से जुड़ी पांच अलग-अलग जगहों पर एक साथ उसके संपत्तियों की तलाशी ली. यह पांचों जगह भुवनेश्वर और उनके पैतृक गांव गंजम में हैं. जांच के लिए विशेष न्यायाधीश ने पाढ़ी के खिलाफ वारंट जारी किया था.
इंजीनियर का बैकग्राउंड
एक विजलेंस अधिकारी ने कहा, “पाढ़ी के पास मौजूद संपत्ति के स्रोत का पता लगाने के लिए हमारे अधिकारियों की ओर से जांच की जा रही है. आगे की तलाशी जारी है, ”
सतर्कता अधिकारियों ने जानकारी दी कि 50 वर्षीय पाढ़ी 2007 में सरकारी सेवा में भर्ती हुआ था और हाल ही में उन्हें जूनियर इंजीनियर के पद से असिस्टेंट इंजीनियर के रूप में प्रमोट किया गया था. वर्तमान समय में उनका मासिक वेतन लगभग 80,000 रुपये होगा.
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