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पुरानी दिल्ली मंदिर तोड़फोड़ः पुजारी का सांप्रदायिक घटना से इनकार

मंदिर के पुजारी ने कहा- जिन लोगों ने गलत काम किया, उन्हें मिले सजा 

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पुरानी दिल्ली के चावड़ी बाजार इलाके में पार्किंग को लेकर हिंदू और मुस्लिमों की बीच हुई झड़प के बाद तनाव पसरा हुआ है. दरअसल, दो समुदायों के बीच हुई झड़प के बाद लोगों ने सोशल मीडिया पर वीडियो शेयर करना शुरू कर दिया. इनमें दावा किया गया कि पुरानी दिल्ली इलाके में मुस्लिम समुदाय के एक गुट ने एक हिंदू मंदिर में तोड़फोड़ की.

मंदिर के पुजारी, अनिल कुमार पांडे ने द क्विंट से बात करते हुए कहा कि मंदिर के बाहर लड़ाई हुई, जिसके बाद मंदिर पर हमला किया गया.

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पुजारी ने कहा, “मुझे किसी का नाम या चेहरा नहीं पता है. उन्होंने देवताओं की मूर्तियों को तोड़ा और मंदिर के पर्दे जला दिए. मुझे कुछ नहीं चाहिए, लेकिन जिन लोगों ने गलत काम किया, उन्हें सजा मिलनी चाहिए."

जब मंदिर के पुजारी से ये पूछा गया कि क्या ये मामला हिंदू-मुसलमान के विवाद से जुड़ा है. इस पर उन्होंने कहा-

मैं ये नहीं कह सकता. क्योंकि हर समाज में कुछ उपद्रवी तत्व होते हैं. तो ये उपद्रवियों का काम है. सभी मुसलमान भी खराब नहीं होते हैं और सभी हिंदु भी खराब नहीं हैं. सारे हिंदू भी अच्छे नहीं होते और सारे मुसलमान भी अच्छे नहीं होते. कुछ उपद्रवी तत्व हैं जो आपस में एक-दूसरे को लड़ाना चाहते हैं.
मंदिर के पुजारी ने कहा- जिन लोगों ने गलत काम किया, उन्हें मिले सजा 
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‘लड़ाई पार्किंग को लेकर हुई थी, बाकी सब अफवाहें’

द क्विंट ने एक और स्थानीय से भी बातचीत की, ताकि पूरे मामले को समझा जा सके.

इसी इलाके में एक क्लीनिक चलाने वाले डॉ. इशरत तफील ने कहा, 'एक लड़का एक दुकान के बाहर गाड़ी खड़ी कर रह था. इस पर दुकान के मालिक ने गाड़ी खड़ी करने से मना किया. इसी बात को लेकर दोनों में बहस हो गई. इस बीच कुछ और लोग आ गए और उस लड़के को पीटने लगे. बाद में लड़के को लहूलुहान हालत में अस्पताल ले जाया जा रहा था, तो रास्ते में लोगों ने पूछा कि क्या हो गया. चूंकि पिटने वाला लड़का मुस्लिम था और पीटने वाले हिंदू, इसलिए ये बात जंगल में आग की तरह फैल गई.'

तफील ने बताया कि मुस्लिम लड़के को पीटने की बात जब इलाके में फैल गई तो मौके पर लोग जमा हो गए. इनमें से कुछ आक्रोशित लोगों ने पत्थरबाजी कर दी. इमें से कुछ पत्थर मंदिर में लगे, जिससे कांच टूट गया.

कुछ पत्थर फेंके गए, इनमें से कुछ पत्थरों से मंदिर में लगा कांच टूट गया. लेकिन अब कहा जा रहा है कि मंदिर में घुसकर लोगों ने तोड़फोड़ की. ये सब अफवाह है.
डॉ. इशरत तफील

तफील ने पुलिस और सरकार से ऐसी अफवाहों को रोकने की अपील की है. तफील ने कहा है कि यह एक आंतरिक मुद्दा है. किसी और को इस इलाके के दो समुदायों को लेकर अफवाहें फैलाने का अधिकार नहीं है.

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अब तक इस मामले में क्या कार्रवाई हुई?

इससे पहले, सोमवार को, दिल्ली पुलिस ने आश्वासन दिया था कि हालातों को शांत बनाए रखने के लिए सभी प्रयास किए जा रहे हैं.

न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक, पुलिस ने इस मामले में अब तक तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. हालांकि, लोगों के एक समूह ने मंगलवार को घटना में शामिल सभी लोगों की गिरफ्तारी की मांग करते हुए नारेबाजी की.

केंद्रीय मंत्री और चांदनी चौक सीट से सांसद हर्षवर्धन ने मंगलवार को इलाके का दौरा किया. उन्होंने कहा कि "दोषियों" को गिरफ्तार किया जाएगा और उन्हें सजा दी जाएगी.

“यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है. मंदिर में जिस तरह का काम किया गया है वह अक्षम्य है. मुझे बताया गया है कि पुलिस पहले से ही कार्रवाई में है और दोषियों को गिरफ्तार किया जाएगा और सजा दी जाएगी. मैं लोगों से सामंजस्य बनाए रखने की अपील करता हूं. ”
डॉ. हर्षवर्धन, केंद्रीय मंत्री

AIMIM अध्यक्ष असदउद्दीन ओवैसी ने भी ट्वीट कर इस घटना के दोषियों के खिलाफ कार्रवाई किए जाने की मांग की है.

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