तीनों कृषि कानूनों को पास किए आज एक साल पूरा हो गया है. इस दिन को 'काले दिवस' के रूप में बनाया जा रहा है. इस बीच शिरोमणि अकाली दल (SAD) भी इसके विरोध में मार्च निकालने सड़क पर उतर चुका है. रकाबगंज गुरुद्वारे से अकाली दल का किसानों के समर्थन में प्रदर्शन शुरू हो चुका है.अकाली दल के कार्यकर्ताओं ने कृषि कानून को रद्द करने की मांग उठाई है.
इसे देखते हुए दिल्ली पुलिस ने कई रास्ते बंद कर दिए हैं, बैरिकेडिंग कर दी है. एक बार फिर से दिल्ली की बॉर्डर को सील कर दिया गया है.
यह विरोध प्रदर्शन संसद भवन तक ना पहुंचे इसके लिए दिल्ली के शंकर मार्ग इलाके में भारी मात्रा में पुलिस बल की तैनाती कर दी है.
दिल्ली पुलिस का क्या कहना है?
शिरोमणि अकाली दल के जारी विरोध प्रदर्शन को लेकर दिल्ली पुलिस की तरफ से कहा गया है कि, "गुरुद्वारा रकाबगंज से संसद तक शिरोमणि अकाली दल का मार्च जो आज होना है, कोविड वायरस को फैलने से रोकने के लिए वर्तमान गाइडलाइंस के तहत उसकी इजाजत नहीं है. नई दिल्ली जिले में धारा 144 लगा दी गई है".
अकाली दल ने पुलिस की इस कार्रवाई को 'अघोषित आपातकाल' करार दिया है.
इन सब के बीच दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन ने पंडित श्रीराम शर्मा और बहादुरगढ़ सिटी मेट्रो स्टेशंस के एंट्री और एग्जिट गेट्स बंद कर दिए हैं.
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