‘दिल्ली में इस बार चिकनगुनिया को लेकर ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है, क्योंकि डेंगू तो इस बार काबू में ही है.’
दिल्ली में ज्यादातर लोगों की जुबान पर इस वक्त मच्छर के डंक से होने वाली इन बीमारियों को लेकर यही बात है. लेकिन इस हफ्ते दिल्ली नगर निगम द्वारा जारी किए गए आंकड़े इस स्थिति को झुठला रहे हैं.
निगम ने सोमवार को जारी की अपनी रिपोर्ट में बताया कि पिछले एक हफ्ते में डेंगू के मामलों में 50 परसेंट की बढ़ोतरी हुई है. इसी के साथ दिल्ली में डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़कर 1,158 हो गई. निगम ने कहा कि इस स्थिति को ‘खतरे की घंटी’ माना जाए.
दिल्ली में अब तक डेंगू के कारण 9 मरीजों की मौत हो चुकी है. निगम के मुताबिक, इस साल डेंगू का पहला मामला जुलाई में दर्ज किया गया था, जो कि हर साल की तुलना में वक्त से काफी पहले था.
इस साल डेंगू वक्त से काफी पहले आया. लेकिन इस पर कंट्रोल रखा गया. सितंबर और अक्टूबर इसका पीक सीजन होता है. ऐसे में डेंगू के मामलों में अब उछाल आ सकता है. इसलिए लोगों को काफी सतर्क रहने की जरूरत है.पीके हजारिका, मेडिकल हेल्थ अफसर, साउथ दिल्ली नगर निगम
गौर करने लायक डेटा:
- साल 2016 में दिल्ली के सबसे ग्रीन कहे जाने वाले साउथ दिल्ली एरिया में डेंगू के सबसे ज्यादा मामले दर्ज हो रहे हैं.
- साउथ दिल्ली में ही मच्छरों के सबसे ज्यादा, 62,423 ब्रीडिंग स्पॉट मिले.
- सबसे कम ब्रीडिंग स्पॉट मिले यमुना पार के ईस्ट एमसीडी इलाके में.
दिल्ली के लिए बीते 20 साल में यह सबसे खराब आंकड़ा था. रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2015 में डेंगू से 60 लोगों की मौत हो गई थी.
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