इसी महीने के आखिरी तक पद्म अवॉर्ड समारोह होना है. पद्म अवार्ड्स के लिए इस साल सरकार को 18,768 लोगों के नाम की सिफारिश मिली थी. इनमें टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी, धार्मिक गुरु गुरमीत राम रहीम, जर्नलिस्ट अर्नब गोस्वामी, नीरजा भनोट और तबला वादक जाकिर हुसैन का नाम भी शामिल था. लेकिन जनवरी में मोदी सरकार की ओर से जारी की गई फाइनल लिस्ट में इन पांचों मशहूर हस्तियों समेत कई दूसरे दिग्गजों के नाम भी शामिल नहीं किए गए थे.
इंडियन एक्सप्रेस में छपी खबर के मुताबिक, सरकार ने जनवरी में 89 लोगों को पद्म अवॉर्ड्स देने का ऐलान किया था. इनमें से 7 पद्म विभूषण, 7 पद्म भूषण और 75 पद्मश्री अवॉर्ड शामिल थे. लेकिन इस बार मोदी सरकार ने कई बड़े नामों को लिस्ट से हटा दिया है.
सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि इस बार सबसे ज्यादा नॉमिनेशन गुरमीत राम रहीम के नाम से आयी थी.
नाम हटाए जाने की वजह स्पष्ट नहीं
होम मिनिस्ट्री की तरफ से यह भी नहीं बताया गया है कि आखिर जिन लोगों के नाम लिस्ट से काटे हैं, उनके नाम काटने की वजह क्या है.
और भी कई बड़े नामों को नहीं मिली जगह
केंद्र सरकार ने और भी कई बड़े नामों के नॉमिनेशन को खारिज कर दिया है. सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के जज जस्टिस अमिताभ रॉय के लिए मिले नॉमिनेशन को भी खारिज कर दिया. जस्टिस रॉय वही हैं जिन्होंने आय से अधिक संपत्ति मामले में वीके शशिकला को दोषी ठहराया था.
जस्टिस रॉय के साथ-साथ एक्टर मनोज वाजपेयी, जया बच्चन, फिल्म डायरेक्टर विधु विनोद चोपड़ा और सिंगर अनु मलिक जगह नहीं बना पाए. वहीं खिलाड़ियों में निशानेबाज अभिनव बिंद्रा और बैडमिंटन प्लेयर ज्वाला गुट्टा का नाम भी पद्म अवॉर्ड नॉमिनेशन लिस्ट से हटा दिया गया.
इन अवार्ड्स के लिए गायक सोनू निगम, श्रीदेवी, जर्नलिस्ट अर्नब गोस्वामी, प्रीतीश नंदी और फैशन डिजाइनर रोहित बल के नामों की भी सिफारिश की गई थी.
क्या है पद्म अवॉर्ड?
पद्म अवॉर्ड भारत के सर्वोच्च नागरिक अवार्ड्स में से एक हैं. ये अवॉर्ड आर्ट, साइंस, बिजनेस, सोशल वर्क, इंजीनियरिंग, व्यापार और उद्योग, मेडिकल साइंस, हिस्ट्री और एजुकेशन, खेल-कूद जैसे अलग-अलग क्षेत्रों में विशिष्ट योगदान के लिए दिया जाता है.
पद्म अवॉर्ड समारोह इस महीने के आखिरी तक राष्ट्रपति भवन में होगा.
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