पद्मावत फिल्म को लेकर छिड़े विवाद मामले में नया मोड़ आ गया है. मंगलवार को खबर आई थी करणी सेना के प्रतिनिधि मंडल ने फिल्म देखने के बाद इसे हरी झंडी दे दी है. लेकिन अब करणी सेना के नेता लोकेंद्र सिंह काल्वी ने इन खबरों को खारिज किया है. कालवी ने कहा है कि करणी सेना के किसी भी सदस्य ने फिल्म नहीं देखी है और फिल्म को लेकर उनके संगठन का विरोध जारी रहेगा.
कालवी ने कहा कि भंसाली साजिश कर रहे हैं. वह मीडिया के माध्यम से यह अफवाह फैला रहे हैं कि करणी सेना ने फिल्म देखकर इसे हरी झंडी दे दी. उन्होंने कहा कि मुझे जानकारी नहीं है कि कल (मंगलावार) किस करणी सेना ने फिल्म देखी. काल्वी ने कहा कि सुरेश चव्हाणके के साथ जिन 32 लोगों ने फिल्म देखी, उनमें से एक भी राजपूत नहीं था.
पद्मावत पर करणी सेना का विरोध जारी रहेगा. करणी सेना ने फिल्म नहीं देखी है. संजय लीला भंसाली और मीडिया के कुछ लोग यह कहकर हमारी छवि खराब करने की कोशिश कर रहे हैं कि करणी सेना ने फिल्म देखी है. करणी सेना से किसी ने भी फिल्म नहीं देखी है. हम किसी भी तरह की हिंसा और तोड़फोड़ के खिलाफ हैं, हमारे संगठन के लोग किसी भी तरह की हिंसक गतिविधि में शामिल नहीं हैं.द क्विंट से विशेष बातचीत में बोले काल्वी
देशभर में नहीं लगनी चाहिए पद्मावत
करणी सेना के नेता लोकेंद्र सिंह कलवी ने कहा कि जिन सामाजिक संगठनों का मैं प्रतिनिधित्व करता हूं, उनसे मैं कहना चाहता हूं कि वो किसी भी धोखे में ना आएं. जनता इस फिल्म पर कर्फ्यू लगाकर रहेगी. गुजरात, राजस्थान, हरियाणा, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और बिहार में जनता कर्फ्यू की ओर बढ़ चली है.
कालवी ने दावा किया कि उन्हें गुजरात और राजस्थान में फिल्म डिस्ट्रिब्यूटर्स से समर्थन मिल रहा है.
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