पिछले कई महीनों से विरोध प्रदर्शन कर रही करणी सेना ने आखिरकार फिल्म 'पद्मावत' देख ली. इसके बाद फिल्म को हरी झंडी भी दे दी, लेकिन इसी बीच गुजरात में कुछ लोगों के समूह ने काफी तबाही मचाई. उन्होंने एक मॉल उससे जुड़े दुकानों पर तोड़फोड़ की और वहां खड़े वाहनों में आग लगा दी.
करणी सेना की ‘पद्मावत’ को हरी झंडी
करणी सेना ने आखिरकार फिल्म 'पद्मावत' देख ही ली. बार बार फिल्म मेकर्स की तरफ से आश्वासन देने के बावजूद करणी सेना ने कई जगह हिंसा भी की. उनका आरोप था कि फिल्म में रानी पद्मावती और अलाउद्दीन खिलजी के बीच इंटीमेट सीन है, इसलिए वो फिल्म पर बैन की मांग कर रहे थे. वायकॉम 18 ने नोएडा में करणी सेना के 40 प्रतिनिधियों को फिल्म दिखाई.
सुरेश चव्हाणके ने कहा कि करणी सेना के विरोध और मांग को सुना गया और अब उनकी 'पद्मावत' की रिलीज पर कोई पाबंदी नहीं है. फिल्म देखने के बाद करणी सेना के प्रतिनिधियों ने नारे भी लगाए- ''झुका भंसाली, जीता राजपुताना''. चव्हाणके के मुताबिक करणी सेना के प्रदर्शन की वजह से ही रानी पद्मावती की छवि खराब होने से बच गई.
‘पद्मावत’ के समर्थन राज ठाकरे की पार्टी
राज ठाकरे की महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) ने ‘पद्मावत' की रिलीज का समर्थन किया है. मनसे फिल्म इकाई की कार्यकारी अध्यक्ष शालिनी ठाकरे ने कहा कि मुंबई क्षेत्र में वह किसी को भी फिल्म की रिलीज को रोकने नहीं देंगे. उन्होंने कहा,
अगर मुंबई में कोई ‘पद्मावत’ की रिलीज को रोकने की कोशिश करेगा तो उसे मनसे कार्यकर्ताओं के विरोध का सामना करना पड़ेगा.
मनसे ने कहा कि प्रदर्शनकारियों को सुप्रीम कोर्ट के फैसले का सम्मान करना चाहिए.
‘पद्मावत’ पर MP और राजस्थान को SC की फटकार, सारी याचिकाएं खारिज
सुप्रीम कोर्ट ने मध्य प्रदेश और राजस्थान सरकार को फटकार लगाई है. दोनों राज्य सरकारों ने फिल्म पद्मावत पर बैन लगाने की मांग करते हुए याचिका दायर की थी. इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने फिल्म पर से बैन हटा दिया था. जिसके बाद दोनों राज्यों ने सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दायर की थी.
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