पाकिस्तान की तरफ से कश्मीर को लेकर लगातार मिल रही धमकियों के बीच अब गुजरात में घुसपैठ की कोशिश चल रही है. बताया जा रहा है कि पाकिस्तानी कमांडो या फिर आतंकी गुजरात के कच्छ से भारतीय सीमा में घुसपैठ कर यहां किसी बड़े आतंकी हमले को अंजाम दे सकते हैं. इसे लेकर भारतीय एजेंसियों को इनपुट मिला है. जिसके बाद सभी सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट पर हैं.
भारतीय एजेंसियों को इंटेलिजेंट सूत्रों से पता चला है कि पाकिस्तान के एसएसजी कमांडों और आतंकी कच्छ के रास्ते भारत में घुसने की कोशिश कर रहे हैं. इस खुफिया सूचना के बाद सेना, अर्धसैनिक बलों और कोस्ट गार्ड को हाई अलर्ट पर रखा गया है.
पाकिस्तान की तरफ से एक और खबर रिलीज की गई है. पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता ने एक बयान जारी कर बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण करने की बात कही है. मेजर जनरल आसिफ गफूर ने ट्वीट कर बताया,
‘पाकिस्तान ने जमीन से जमीन पर मार करने वाली बैलिस्टिक मिसाइल गजनवी का परीक्षण किया. जिसे किसी भी युद्ध के हालात में इस्तेमाल किया जा सकता है. यह मिसाइल 290 किलोमीटर दूर तक मार कर सकती है.’
हर मोर्चे पर फेल हो चुका है पाकिस्तान
बता दें कि पाकिस्तान की तरफ से कश्मीर को लेकर कई धमकियां दी जा चुकी हैं. जम्मू-कश्मीर में आर्टिकल 370 खत्म किए जाने के बाद से ही पाकिस्तान बौखलाया है. अमेरिका हो या यूएन हर मोर्चे पर फेल होने के बाद परेशान पाकिस्तान अब कोई कायराना हरकत कर सकता है. बुधवार को पाकिस्तान के एक मंत्री ने कुछ ऐसा ही बयान दिया था. जिसमें पाकिस्तान की हताशा साफ झलक रही थी. पाकिस्तान के बड़बोले रेलवे मंत्री शेख रशीद अहमद ने युद्ध की तारीख तक बता दी. उन्होंने कहा,
‘ऐसा लग रहा है कि पाकिस्तान और भारत के बीच अक्टूबर-नवंबर में युद्ध होगा. कश्मीर की आजादी के अंतिम संघर्ष का वक्त आ गया है और इस बार भारत के साथ होने वाली जंग अंतिम होगी.’शेख रशीद अहमद, मंत्री पाकिस्तान
अडानी ग्रुप ने भी जारी की एडवाइजरी
गुजरात में आतंकी हमले के इस इंटेलिजेंस के बाद अडानी पोर्ट एंड लॉजिस्टिक्स ने भी एक एडवाइजरी जारी की है. जिसमें बताया गया है कि कोस्ट गार्ड की तरफ से पानी के रास्ते से पाकिस्तानी कमांडो के घुसने के इनपुट हैं. ये कमांडो अंडर वाटर अटैक के लिए प्रशिक्षित हैं. इसीलिए सभी जहाजों के लिए निर्देश हैं कि वो सभी सुरक्षा मानकों को ध्यान में रखें और निगरानी बनाए रखें. सभी शिपिंग एजेंट और स्टेक होल्डर अपने जहाजों की जानकारी दें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि के बारे में तुरंत मरीन कंट्रोल स्टेशन को बताएं. इसके अलावा सभी को सुरक्षा में सहयोग देने की अपील की गई है.
बता दें कि कश्मीर पर बड़ा फैसला लेने के बाद से ही भारत सरकार ने सीमाओं पर सुरक्षा कड़ी कर दी है. हर संदिग्ध गतिविधियों पर पैनी नजर रखी जा रही है. साथ ही किसी भी आतंकी हमले को लेकर सेना और सुरक्षाबलों को अलर्ट पर रखा गया है. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृहमंत्री अमित शाह और एनएसए डोभाल लगातार इस पर नजर बनाए हुए हैं.
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