चेन्नई से नौसैनिक सूरज दुबे के अपहरण और हत्या के मामले में पालघर पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है. पालघर के SP दत्तात्रय शिंदे ने बुधवार को पत्रकारों को बताया कि पुलिस की जांच में नौसैनिक के अपहरण के बाद उसे जिंदा जलाने का दावा फर्जी पाया गया है.
अपहरण की झूठी कहानी रची गई:पुलिस
पुलिस जांच में पता चला कि नौसैनिक सूरज कुमार दुबे ने लाखों रुपये कर्ज ले रखा था और पैसों को वापस नही कर पा रहा था, जिससे बचने के लिए सूरज ने अपहरण की कहानी रची. अहम बात यह है कि सूरज पेट्रोल पंप पर जाता है और वहां से डीजल लेता है ये सब पेट्रोल पंप पर लगे सीसीटीवी में कैद है.
आत्महत्या के एंगल से भी जांच जारी
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि चेन्नई और तलासरी के सीसीटीवी फुटेज पुलिस के हाथ लगे हैं. इस सीसीटीवी फुटेज में सूरज अकेला घूमता दिखाई दे रहा है. महाराष्ट्र के तलासरी के पेट्रोल पंप पर सूरज दुबे 300 रुपये का डीजल लेता है, पुलिस सूत्रों की मानें तो पुलिस आत्महत्या से इनकार नहीं कर रही है. फिलहाल पुलिस खुदकुशी के एंगल से भी जांच चल रही है.
क्या है मामला?
नौसैनिक सूरज कुमार दुबे तलासरी के वेवजी स्थित जंगलो में गंभीर रूप से झुलसे हुए पाए गए थे. पुलिस की पूछताछ में दुबे ने आरोप लगाया था कि बदमाशों ने उसका चेन्नई से अपहरण कर लिया था और उससे 10 लाख की फिरौती मांगी थी. फिरौती न देने पर उसे बदमाशों ने पालघर के वेवजी इलाके में लाकर जिंदा जला दिया था. इस मामले की जांच के लिये 100 पुलिसकर्मियों की टीम बनाई गई थी.
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