संसद के मॉनसून सत्र (Monsoon Session) में लोकसभा और राज्यसभा में आज भी हालात वही थे जो पिछले कई दिनों से देखने को मिल रहे हैं. हंगामा, हंगामा और सिर्फ हंगामा. लोकसभा की कार्यवाही आज कुल मिलाकर आधा घंटा भी नहीं चल पाई, तो राज्यसभा को भी 2 बजे तर स्थगित करना पड़ा. इस बीच विपक्षी सांसदों ने आज राष्ट्रपति से भी मुलाकात की.
आज संसद में क्या हुआ?
लोकसभा की कार्यवाही शुरू होने के 20 मिनट के भीतर ही दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित हो गई. 2 बजे जब दोबारा कार्रवाई शुरू हुई तो भी हंगामा जारी रहा और एक मिनट के भीतर कार्यवाही अगले दिन तक के लिए रोक दी गई. दिन सेवा विधेयक पर आज लोकसभा में चर्चा होनी थी लेकिन ऐसा नहीं हो सका.
राज्यसभा के सभापति और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने मणिपुर मुद्दे पर पीएम मोदी को संसद में बोलने का निर्देश जारी करने की विपक्ष की मांग को ठुकरा दिया.
मणिपुर मुद्दे पर संसद में फिर हंगामा देखने को मिला. राज्यसभा में सांसद मनोज झा और राघव चढ्ढा समेत कई सांसदों ने कार्य स्थगन प्रस्ताव दिया. मल्लिकार्जुन खड़गे ने फिर एक बार मणिपुर पर संसद में पीएम मोदी के बयान की मांग की. असदुद्दीन ओवैसी ने लोकसभा में नूंह हिंसा पर चर्चा के लिए कार्य स्थगन प्रस्ताव दिया.
विपक्षी नेताओं ने बुधवार को यहां राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात कर मणिपुर मुद्दे पर हस्तक्षेप की मांग की. कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे और विपक्षी दल इस मामले में राष्ट्रपति के हस्तक्षेप की मांग कर रहे हैं. विपक्ष ने राष्ट्रपति मुर्मू से विभिन्न समुदायों से दो मणिपुरी महिलाओं को राज्यसभा के लिए नामित करने का अनुरोध किया.
राज्यसभा में मल्लिकार्जुन खड़गे ने एक बार फिर रूल 267 के तहत मणिपुर पर चर्चा की मांग की. उन्होंने कहा कि पीएम को संसद में आकर मणिपुर पर बयान देना चाहिए. इसके अलावा सुशील कुमार मोदी ने OTT पर भाषा को लेकर अपनी राय रखी. उन्होंने कहा कि OTT में अभद्रता बढ़ती जा रही है और नियमों की सख्त जरूरत है.
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