कोरोना महामारी की दूसरी लहर के बाद संसद का मानसून सत्र (Parliament Monsoon Session) शुरू होने जा रहा है. लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने बताया है कि संसद का मानसून सत्र 19 जुलाई से शुरू होगा और 13 अगस्त 2021 तक चलेगा. इस सत्र में 19 बैठकें होगी.
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा,
सदन में सुरक्षा की दृष्टि से सारे व्यापक इंतजाम हो ताकि सदन की कार्रवाई निर्बाध रूप से चल सकें. कोरोना संक्रमण की दर कम हुई है लेकिन देश के कई राज्यों में अभी भी संक्रमण की दर 5% से अधिक है. हमने सदन में कोरोना नियमों का पालने करते हुए सभी व्यवस्था की है.
इस बार मानसून सत्र के हंगामेदार होने के आसार हैं. इस बार मानसून सत्र में कोरोना, किसान आंदोलन, महंगाई जैसे मुद्दे अहम होंगे. ये 17वीं लोकसभा का छठा सत्र है.
उत्तर प्रदेश सहित पांच राज्यों के अगले साल विधानसभा चुनाव को देखते हुए कुछ नए मुद्दे भी मानसून सत्र के दौरान उठ सकते हैं. ऐसा ही एक मुद्दा धर्मांतरण का है. उत्तर प्रदेश पुलिस की ओर से बीते दिनों कथित धर्मांतरण के गिरोह का खुलासा किए जाने का दावा किया था. जिसके बाद से सियासी सरगर्मी बढ़ गई.
कई बिल पेश हो सकते हैं
संसद में 40 से अधिक विधेयक लंबित हैं. पांच अध्यादेशों को भी बिल की शक्ल दी जा सकती है. वर्तमान में होम्योपैथी केंद्रीय परिषद (संशोधन) अध्यादेश, भारतीय चिकित्सा केंद्रीय परिषद (संशोधन) अध्यादेश, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र और आसपास के क्षेत्रों में वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग अध्यादेश, दिवाला और दिवालियापन संहिता (संशोधन) अध्यादेश और न्यायाधिकरण सुधार (तर्कसंगतीकरण और सेवा की शर्तें) अध्यादेश लागू है. सूत्रों का कहना है कि ये अध्यादेश इस सत्र में बिल के रूप में पेश किये जा सकते हैं.
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