अफगानिस्तान में भारतीय वाणिज्य दूतावास और पठानकोट में एयरबेस पर किया गया आतंकी हमला कहीं साल 2013 में आतंकी अफजल गुरू को दी गई फांसी का बदला तो नहीं?
सीएनएन आईबीएन की रिपोर्ट के मुताबिक, बीती 3 जनवरी को अफगानिस्तान में भारतीय वाणिज्य दूतावास पर हमले के बाद दूतावास भवन में दीवार पर खून से लिखे दो संदेश मिले हैं.
इन संदेशों को देखकर अंदाजा लगाया जा रहा है कि ये दोनों आतंकी हमले अफजल गुरू की फांसी का बदला भी हो सकते हैं.
दूतावास भवन के भीतर दीवार पर खून से उर्दू में दो संदेश लिखे गए हैं.
पहले संदेश में लिखा है - ‘अफजल गुरू का इंतकाम’ और दूसरे संदेश में लिखा है- ‘एक शहीद, हजार फिदायीन’. ये दोनों संदेश भारतीय वाणिज्य दूतावास पर हमला करने वाले चार आतंकियों की ओर से लिखे गए हैं.
अफगानिस्तान में भारतीय वाणिज्य दूतावास पर भी उसी दौरान आतंकी हमला हुआ था जिस वक्त पठानकोट में आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन चलाया जा रहा था.
पठानकोट हमले से पहले आतंकियों द्वारा बंधक बनाए गए राजेश वर्मा ने दावा किया था कि कार में उन्हें बंधक बनाने के दौरान आतंकी आपस में बात कर रहे थे कि वे अफजल गुरू की फांसी का बदला लेने जा रहे हैं.
अफजल गुरू को 13 दिसंबर, 2001 में संसद पर आतंकी हमला करने की साजिश में शामिल होने के अपराध में फांसी दी गई थी.
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