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अयोध्या पर पाक का बयान, भारत की फटकार-आंतरिक मामलों में दखल न दें

विदेश मंत्रालय ने की पाकिस्तान के मंत्री के बयान की निंदा

Published
भारत
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भारत ने शनिवार को अयोध्या के फैसले के समय को लेकर आपत्ति के लिए पाकिस्तान की आलोचना की है. भारत ने कहा है कि पाकिस्तान ने घृणा फैलाने के स्पष्ट इरादे के साथ हमारे आंतरिक मामलों पर टिप्पणी की है, वह बेहद निंदनीय है.

पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने करतारपुर गलियारा खोले जाने के दिन अयोध्या मामले में फैसले पर सवाल उठाते हुए कहा था कि वह इस तरह के खुशी के मौके पर दिखाए गई ‘‘असंवेदनशीलता’’ से ‘‘बेहद दुखी’’ हैं.

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विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा,-

हम एक सिविल मामले पर भारत के सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर पाकिस्तान द्वारा की गई अनुचित और अनावश्यक टिप्पणियों को अस्वीकार करते हैं. यह कानून के शासन और सभी धर्मों के लिए समान आदर की अवधारणाओं से संबंधित है जो उनके लोकाचार का हिस्सा नहीं हैं. इसलिए पाकिस्तान की समझ की कमी कोई आश्चर्य की बात नहीं है, घृणा फैलाने के स्पष्ट इरादे के साथ हमारे आंतरिक मामलों पर टिप्पणी करने की उनकी यह आदत निंदनीय है.
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पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने अयोध्या फैसले की टाइमिंग पर उठाए सवाल

पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने करतारपुर गलियारा खोले जाने के दिन अयोध्या मामले में आए फैसले पर सवाल उठाते हुए कहा कि वह इस तरह के खुशी के मौके पर दिखाए गई ‘‘असंवेदनशीलता’’ से ‘‘बेहद दुखी’’ हैं.

‘डॉन न्यूज टीवी’ ने कुरैशी के हवाले से कहा, ‘‘ क्या इसको थोड़े दिन टाला नहीं जा सकता था? मैं इस खुशी के मौके पर दिखाए गई ‘‘असंवेदनशीलता’’ से ‘‘बेहद दुखी’’ हूं.’’

आपको इससे ध्यान भटकाने की बजाय इस खुशी के मौके का हिस्सा बनना चाहिए था. यह विवाद संवेदनशील था और उसे इस शुभ दिन का हिस्सा नहीं बनाना चाहिए था. भारत में अल्पसंख्यक पहले ही काफी दबाव में है और भारतीय अदालत का यह फैसला उन पर और दबाव बढ़ाएगा.
शाह महमूद कुरैशी, पाकिस्तान के विदेश मंत्री 

बता दें, सुप्रीम कोर्ट ने शनिवार को अयोध्या में विवादित स्थल राम जन्मभूमि पर मंदिर के निर्माण का रास्ता साफ कर दिया और मस्जिद के निर्माण के लिये पांच एकड़ वैकल्पिक जमीन आवंटित किये जाने का निर्देश दिया.

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