बीजेपी में हिम्मत है तो मंदिर बनाकर दिखाएं: राबड़ी देवी
पूर्व सीएम राबड़ी देवी ने चुनौती भरे लहजे में बीजेपी से कहा है कि अगर उनमें दम है तो राम मंदिर बनाकर दिखाएं. मामला कोर्ट में है, बीजेपी कितनी भी मशक्कत कर ले, कोई फायदा नहीं होने वाला. राबड़ी का कहना है कि मंदिर बीजेपी के लिए बस एक चुनावी मुद्दा है.
राबड़ी देवी का कहना है कि वे भी चाहती हैं कि मंदिर का निर्माण हो. लेकिन इसके लिए सभी पक्षों में सहमति जरूरी है.
गांवों में WHO की रिपोर्ट से शराब के नशे की बुराई बताएं: नीतीश
नीतीश कुमार शराब के खिलाफ अपनी मुहिम को और तेज करने में जुटे हुए हैं. उन्होंने सभी अधिकारियों को WHO की एक रिपोर्ट को गांव-गांव तक पहुंचाने का निर्देश दिया है.
रिपोर्ट में बताया गया है कि दुनिया भर में होने वाली सभी मौतों में 5.3 फीसदी शराब से होती हैं. रिपोर्ट में 20 से 39 साल की उम्र में होने वाली कुल मौतों में 13.5 फीसदी का कारण शराब बताया है. बता दें बिहार में 2011 से ही 26 नवंबर शराबबंदी दिवस के तौर पर मनाया जा रहा है.
ब्रजेश ठाकुर और सहयोगियों की हिरासत चार दिन बढ़ी
बिहार की एक अदालत ने मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड में जेल में बंद ब्रजेश ठाकुर और उनके दो सहयोगियों की सीबीआई हिरासत चार दिन के लिए और बढ़ा दी है. ब्रजेश के वकील ने कोर्ट से आरोपियों की हिरासत बढ़ाए जाने की सीबीआई की मांग का विरोध किया था.
ब्रजेश के वकील का कहना है कि हिरासत में उनके क्लाइंट को प्रताड़ित किया जाता है. कोर्ट ने इस संबंध में सीबीआई को निर्देश भी दिए हैं.
राम मंदिर पर बिहार के नेताओं की बयानबाजी
अयोध्या में धर्मसभा के चलते माहौल गर्म बना हुआ था. बिहार में भी इस पर सियासत तेज है. जहां बीजेपी पूरी तरह मंदिर बनाने के पक्ष में है, वहीं विपक्षी महागठबंधन की पार्टियां कोर्ट के फैसले का इंतजार करने के लिए कह रही हैं.
पूर्व सीएम जीतनराम मांझी ने मुद्दे पर नीतीश की चुप्पी पर सवाल उठाए. उन्होंने कहा अगर मंदिर के लिए अध्यादेश आता है, तो वे इसका विरोध करेंगे. वहीं आरजेडी का कहना है कि बीजेपी के इशारे पर, मुख्य मुद्दे से ध्यान हटाने अयोध्या में कार्यक्रम किए जा रहे हैं.
वहीं लालू प्रसाद यादव की पार्टी आरजेडी का कहना है कि वे राम मंदिर से जुड़े मामले में कोर्ट के फैसले का सम्मान करेंगे.
चिराग का कुशवाहा पर हमला
लोक जनशक्त पार्टी के संसदीय बोर्ड के प्रेसिडेंट चिराग पासवान ने उपेंद्र कुशवाहा पर हमला करते हुए कहा है कि अगर उन्हें एनडीए छोड़ना है तो जल्दी फैसला कर लें. दो नाव की सवारी न करें. गठबंधन में रहते हुए साथी पार्टियों की आलोचना सही नहीं है. इसके बजाय कुशवाहा दबाव की राजनीति कर रहे हैं.
बता दें रालोसपा और बीजेपी में लोकसभा सीटों के बंटवारे को लेकर तकरार चल रही है. पार्टी अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने बीजेपी को 30 नवंबर तक इस पर फैसला करने के लिए कहा था.
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