जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने रमजान के दौरान घाटी में सर्च ऑपरेशन और सैन्य कार्रवाई को रोकने की अपील की है. साथ ही महबूबा ने आतंकी संगठनों से भी अपील की है कि रमजान का महीना अल्लाह की इबादत का है, इसलिए उन्हें इस पाक महीने में हिंसक गतिविधियों से बचना चाहिए.
महबूबा मुफ्ती ने कहा है रमजान आने वाले हैं. इन दिनों में लोग दिन-रात इबादत करते हैं और मस्जिद जाते हैं.
मैं भारत सरकार से अपील करती हूं कि पिछले साल रमजान की तरह इस बार भी युद्ध विराम की घोषणा की जाए और सर्च ऑपरेशन और सैन्य कार्रवाई पर इस पाक महीने में रोक लगा दी जाए, ताकि जम्मू-कश्मीर की अवाम कम से कम एक रमजान का महीना सुकून से गुजार सके.महबूबा मुफ्ती, पूर्व मुख्यमंत्री, जम्मू-कश्मीर
इसके साथ ही पीडीपी नेता महबूबा ने आतंकी संगठनों से भी अपील की है. उन्होंने कहा कि मैं आतंकी संगठनों से अपील करती हूं कि रमजान का महीना अल्लाह की इबादत करने का होता है. लिहाजा, उन्हें इस पाक महीने में किसी भी तरह की हिंसक गतिविधि से बचना चाहिए.
अनंतनाग लोकसभा सीट से उम्मीदवार हैं महबूबा
जम्मू-कश्मीर में बीजेपी संग गठबंधन से अलग होने के करीब एक साल बाद पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी(पीडीपी) की नेता और पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती की लोकप्रियता की अपने परिवार के पारंपरिक गढ़ अनंतनाग में लोकसभा चुनाव के दौरान परीक्षा होगी. यहां तीन चरणों 23, 29 अप्रैल और छह मई को मतदान होंगे.
2014 में इस सीट से जीत दर्ज करा चुकीं महबूबा को इस बार प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जी.ए. मीर और नेशनल कांफ्रेंस के उम्मीदवार और जम्मू-कश्मीर हाई कोर्ट के पूर्व जज हसनैन मसूदी से चुनौती मिलेगी.
तीनों पार्टियों पीडीपी, एनसी और कांग्रेस का चुनावी प्रचार सीधे-सीधे अनुच्छेद 370 और 35ए के आसपास केंद्रित है. ये अनुच्छेद जम्मू - कश्मीर को विशेष दर्जा मुहैया कराते हैं.
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