कोरोनावायरस के चलते पूरे देश लॉकडाउन है. ऐसे में उत्तर प्रदेश के लखनऊ में सरकारी इमरजेंसी एंबुलेंस सेवा 108 और 102 के ड्राइवर हड़ताल पर चले गए हैं. आक्रोशित ड्राइवरों का कहना है कि दो महीने से उन्हें सैलरी नहीं मिली है. लेकिन अब सरकार की तरफ से ये आश्वासन दिया गया है कि जल्द ही एंबुलेंस सेवा 108 और 102 के ड्राइवरों और दूसरे कर्मचारियों को उनकी सैलरी दे दी जाएगी.
सरकार की तरफ से ये घोषणा उस वक्त की गई जब अमेठी में कुछ एम्बुलेंस ड्राइवरों ने सैलरी न मिलने की वजह से हड़ताल पर जाने की धमकी दी थी. अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) अवनीश अवस्थी ने कहा,
“उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया है कि 102, 108 एम्बुलेंस सेवा या किसी भी दूसरे कर्मचारी, जिनकी सैलरी रुकी है, उन्हें जल्द ही भुगतान किया जाए, ताकि उन्हें किसी भी समस्या का सामना न करना पड़े
आगे उन्होंने कहा,
“एम्बुलेंस ड्राइवरों की समस्याओं के निवारण पर काम शुरू हो चुका है. उन्हें बताया गया है कि उनकी समस्याओं को जल्द से जल्द हल किया जाएगा, और उनके हितों पर ध्यान दिया जाएगा. यह एक आपातकालीन स्थिति है, और इस तरह हड़ताल पर जाना अवैध है. इस मुद्दे को हल कर दिया गया है.
एम्बुलेंस सेवा के ड्राइवरों के संगठन के एक वरिष्ठ पदाधिकारी, हनुमान पांडे का कहना है कि,
राज्य में 16,000 एम्बुलेंस ड्राइवर हड़ताल पर हैं. हमारी मुख्य मांग यह है कि हमारी सैलरी जो दो महीने से नहीं मिली है, वो हमें दी जाए
ड्राइवरों का आरोप है कि उनसे आठ घंटे की जगह 12 घंटे ड्यूटी कराई जाती है. यही नहीं दो महीने से उन्हें सैलरी भी नहीं दी गई है. इन ड्राइवर्स को पायलट प्रोटेक्ट के तहत दिहाड़ी मजदूरी की तरह 60 रुपये प्रति केस के हिसाब से भुगतान किया जाता है.
दुनियाभर में कोरोनावायरस (COVID-19) का संक्रमण लगातार फैलता जा रहा है. भारत समेत दुनिया के लगभग 200 से ज्यादा देशों में इस वायरस का कहर बरपा है. अब तक 40 हजार से ज्यादा लोगों की इसके कारण मौत हो चुकी है, जबकि 8,26,222 से अधिक लोग इससे संक्रमित हैं.
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