दिल्ली के शाहीन बाग धरनास्थल के पास 22 मार्च की सुबह एक अज्ञात व्यक्ति ने पेट्रोल बम फेंक दिया. पुलिस ने यह जानकारी दी. बता दें कि नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध में इस धरनास्थल पर शाहीन बाग की महिलाएं तीन महीने से ज्यादा समय से धरना दे रही हैं.
पेट्रोल बम फेंके जाने की घटना में अब तक किसी के हताहत होने की खबर नहीं है. पुलिस ने बताया कि घटना सुबह करीब 9.30 बजे सुबह हुई. पुलिस को घटनास्थल पर पेट्रोल से भरी करीब पांच-छह बोतलें मिली हैं.
शाहीन बाग में प्रदर्शनकारी महिलाओं ने 21 मार्च को कहा था कि 22 मार्च को 'जनता कर्फ्यू' के दौरान भी उनका प्रदर्शन जारी रहेगा. बता दें कि देशभर में कोरोनावायरस के बढ़ते मामलों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को आह्वान किया था कि 22 मार्च को सुबह 7 बजे से 9 बजे के बीच 'जनता कर्फ्यू' का पालन करें. उन्होंने कहा था कि जरूरी सेवाओं से जुड़े लोगों को छोड़कर कोई भी नागरिक अपने घर से बाहर न निकले. पीएम मोदी ने कहा था कि यह कोरोनावायरस से निपटने के लिए भारत की तैयारी प्रदर्शित करने की एक परीक्षा होगी.
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