पीएचडी, एमबीए या एमए करने के बाद क्या कोई चपरासी की नौकरी करना चाहेगा? यह सवाल बहुत अजीब है लेकिन हरियाणा में बेरोजगारी की मार झेल रहे शिक्षित युवा अब चपरासी की नौकरी करने को तैयार हैं.
हरियाणा के रोहतक में महर्षि दयानन्द विश्वविद्यालय में चपरासी की पोस्ट के लिए 92 वैकेंसी निकली हुई थी, जिसके लिए करीब 22,000 लोगों ने अप्लाई किया है.
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चपरासी के पद के लिए एल्जिबिलिटी क्राइटेरिया मतलब शैक्षणिक योग्यता आठवीं पास है. साथ ही सैलरी भी 8800 रुपये होगी. और तो और यह कॉन्ट्रैक्ट बेस्ड जॉब होगी. लेकिन इन सब के बावजूद चपरासी के लिए अप्लाई करने वालों में बीएड, एमए, एमबीए और पीएचडी पास आउट भी हैं.
चपरासी की नौकरी के लिए देनी होगी लिखित परीक्षा
यूनिवर्सिटी ने इस पोस्ट के लिए 100 नंबर की लिखित परीक्षा रखी है. इसमें हिंदी के लिए 70 नंबर, अंग्रेजी और मैथ के लिए 15-15 नंबर. अगर कोई दसवीं या 12वीं पास अप्लाई करता है तो उसे अलग से नंबर दिए जाएंगे. लेकिन जिस तरह से एमए और पीएचडी वाले भी अप्लाई कर रहे हैं आठवीं और हाईस्कूल पास लोगों को काफी दिक्कत होगी.
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