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PM मोदी ने स्वीकारा जी-7 समिट का न्योता, चीन को घेरने की तैयारी?

चीन की बढ़ती ताकत के खिलाफ एक व्यापक गठबंधन बनाने पर दिया जाएगा जोर

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन की ओर से आगामी जी-7 शिखर सम्मेलन में शामिल होने का निमंत्रण स्वीकार कर लिया. अगले साल 2021 में ब्रिटेन की अध्यक्षता में जी-7 की बैठक होनी है, जिसमें चीन की बढ़ती ताकत के खिलाफ एक व्यापक गठबंधन बनाने पर जोर दिया जाना है.

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सम्मेलन में कई अहम मुद्दों पर होगी चर्चा

ब्रिटेन के विदेश मंत्री डोमिनिक राब ने जॉनसन की ओर से एक पत्र सौंपा, जिसमें प्रधानमंत्री मोदी को जी-7 बैठक में आमंत्रित किया गया है.

मोदी ने राब को धन्यवाद दिया और निमंत्रण स्वीकार किया, प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने बुधवार को एक बयान में इसकी पुष्टि की.

ब्रिटिश विदेश मंत्री राब ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की, जिसमें दोनों नेताओं ने कोविड संकट और ब्रेक्जिट मुद्दे से लेकर विश्व में भारत-ब्रिटेन संबंधों के विविध आयामों एवं संभावनाओं एवं सामरिक गठजोड़ के बारे में चर्चा की.

बैठक के बाद मोदी ने अपने ट्वीट में कहा कि वो अगले महीने गणतंत्र दिवस के मुख्य अतिथि के रूप में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन की भारत यात्रा को लेकर आशान्वित हैं. उन्होंने कहा, “ब्रिटेन के विदेश मंत्री डोमिनिक राब के साथ शानदार बैठक हुई.”

वहीं विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने अपने ट्वीट में कहा, "ब्रिटेन के विदेश मंत्री डोमिनिक राब ने प्रधानमंत्री से मुलाकात की। इस दौरान हमारे सामरिक गठजोड़ के विविध आयामों पर चर्चा हुई."

ब्रिटिश पीएम के साथ हुई थी PM मोदी की बात

प्रधानमंत्री कार्यालय के बयान के अनुसार, बैठक के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के साथ टेलीफोन पर हुई चर्चा को याद करते हुए कोविड के बाद की दुनिया में भारत-ब्रिटेन गठजोड़ के महत्व को रेखांकित किया.

बयान के अनुसार, प्रधानमंत्री ने द्विपक्षीय संबंधों की पूर्ण क्षमता का उपयोग करने के लिए कारोबार, निवेश, रक्षा, सुरक्षा, आवागमन, शिक्षा, ऊर्जा, जनवायु परिवर्तन, स्वास्थ क्षेत्र को शामिल करते हुए 360 डिग्री परिणामोन्मुख खाका तैयार करने की बात कही. इसमें कहा गया है कि ब्रिटिश विदेश मंत्री डोमिनिक राब ने इस बात पर जोर दिया कि ब्रिटिश सरकार भारत के साथ अपने संबंधों को काफी महत्व देती है, जो साझा मूल्यों एवं हितों पर आधारित है.

मोदी ने भारत के 72वें गणतंत्र दिवस समारोह के अवसर पर अगले महीने नई दिल्ली में जॉनसन के आने पर भी उत्सुकता व्यक्त की. भारत की स्वतंत्रता के बाद जॉनसन 1993 में जॉन मेजर के बाद नई दिल्ली में भारत के गणतंत्र दिवस परेड में भाग लेने वाले दूसरे ब्रिटिश प्रधानमंत्री होंगे.

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