प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर देश को संबोधित किया है. अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत को आत्मनिर्भर बनना होगा, ऐसे में पीएम मोदी ने आत्मनिर्भर भारत पैकेज का ऐलान किया है. ये विशेष आर्थिक पैकेज कुल मिलाकर 20 लाख करोड़ का है.
पीएम मोदी ने देश के सबसे बड़े आर्थिक पैकेज का ऐलान करते हुए कहा,
“मैं विशेष आर्थिक पैकेज की घोषणा करता हूं. ये पैकेज आत्मनिर्भर भारत की कड़ी के तौर पर काम करेगा. पहले के ऐलान को मिला दें तो ये 20 लाख करोड़ रुपये का पैकेज है. ये पैकेज भारत की जीडीपी का करीब 10 प्रतिशत है. ये पैकेज देश की विकास यात्रा को नई गति देगा.”नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री
चार महीने से लड़ रही है दुनिया
इससे पहले पीएम मोदी ने कहा कि दुनिया को चार महीने से ज्यादा समय कोरोना से लड़ते हुए बीत गया है. इस दौरान तमाम देशों के 42 लाख से ज्यादा लोग कोरोना से संक्रमित हुए हैं. उन्होंने कहा कि पौने तीन लाख से ज्यादा लोगों की दुखद मृत्यु हुई है. भारत में भी कई परिवारों ने अपने स्वजन खोए हैं. मैं सभी के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं. पीएम मोदी ने कहा कि,
“अर्थ केंद्रित वैश्वीकरण बनाम मानव केंद्रीय वैश्वीकरण की चर्चा जोरों पर है. भारत में आशा की किरण नजर आती है. भारत की संस्कृति और भारत के संस्कार वसुधैव कुटुंबकम की बात करती है. भारत जब आत्मनिर्भरता की बात करता है तो आत्म केंद्रित व्यवस्था की वकालत नहीं करता है. भारत की आत्मनिर्भरता में संसार की भी चिंता होती है.”
पीएम ने क्या-क्या कहा?
- जिंदगी और मौत की लड़ाई लड़ रही दुनिया में भारत की दवाईयां आशा लेकर पहुंच रही हैं. पूरी दुनिया में भारत की प्रशंसा होती है.
- दुनिया को विश्वास होने लगा है कि भारत मानव जाति के कल्याण के लिए बहुत कुछ अच्छा दे सकता है. ऐसा 130 करोड़ भारतीयों के आत्मनिर्भर बनने के संकल्प से होगा.
- अगर हम ठान लें तो कोई लक्ष्य असंभव नहीं, कोई राह मुश्किल नहीं. आज तो चाह भी है और राह भी, अभी भारत को आत्मनिर्भर बनाने की जरूरत है.
- भारत की इमारत 5 पिलर पर खड़ी है. पहला पिलर अर्थव्यवस्था, दूसरा इंफ्रास्ट्रक्चर, तीसरा सिस्टम, चौता डेमोग्राफी और पांचवा पिलर डिमांड है.
- राज्यों से हमें जो सुझाव मिल रहे हैं, उनके आधार पर लॉकडाउन-4 से जुड़ी जानकारी 18 मई से पहले दे दी जाएगी.
लॉकडाउन के बीच कई बार पीएम का संबोधन
बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी ने सबसे पहले 18 मार्च को राष्ट्र को संबोधित कर लोगों से 22 मार्च को सुबह 9 बजे से रात 9 बजे के बीच 'जनता कर्फ्यू' का पालन करने की अपील की थी. इसके बाद प्रधानमंत्री ने 24 मार्च को कोविड-19 संक्रमण के प्रसार की रोकथाम के मद्देनजर 21-दिन के लॉकडाउन की घोषणा की थी और फिर 14 अप्रैल को उन्होंने इसे 3 मई तक 19 दिनों तक के लिए बढ़ा दिया था.
हालांकि, सरकार ने इसके बाद भी 17 मई तक दो और सप्ताह के लिए लॉकडाउन के विस्तार की घोषणा की थी.
लॉकडाउन के बीच भी कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या बढ़ती ही जा रही है. स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक देश में कोरोनावायरस के अब तक 70,756 मामले सामने आ चुके हैं. 2,293 लोगों की मौत हो चुकी है.
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