कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर पीएम मोदी ने देश को संबोधित किया. पीएम मोदी ने कहा कि, कोरोना के खिलाफ देश आज फिर एक बहुत बड़ी लड़ाई लड़ रहा है. कुछ हफ्ते पहले तक स्थिति संभली थी, लेकिन कोरोना की दूसरी वेव तूफान बनकर आ गई. जो पीड़ा आपने सही है, जो पीड़ा आप सह रहे हैं, उसका मुझे पूरा एहसास है. जिन लोगों ने बीते दिनों में अपनों को खोया है, मैं सभी देशवासियों की तरफ से उनके प्रति संवेदनाएं व्यक्त करता हूं.
पीएम ने कहा कि, चुनौती बड़ी है, लेकिन हमें अपने संकल्प और तैयारी के साथ इसे पार करना है. मैं देश के सभी डॉक्टरों, मेडिकल स्टाफ, सफाई कर्माचारियों, एंबुलेंस के ड्राइवर, पुलिस कर्मियों की सराहना करता हूं. आपने कोरोना की पहली वेव में भी अपना जीवन दाव पर लगाकर लोगों को बचाया था. आज फिर आप इस संकट में अपना परिवार, अपना सुख छोड़कर दूसरों के लिए दिन रात जुटे हैं.
ऑक्सीजन बढ़ाने पर किया जा रहा है काम
पीएम ने ऑक्सीजन को लेकर कहा कि, आज देश दिनरात काम कर रहा है. बीते कुछ दिनों में जो फैसले लिए गए हैं, वो स्थिति को तेजी से सुधारेंगे. इस बार कोरोना संकट में देश के अनेक हिस्सों में ऑक्सीजन की डिमांड बहुत ज्यादा बढ़ी है. इस पर तेजी से काम किया जा रहा है. केंद्र सरकार, राज्य सरकारें, प्राइवेट सेक्टर की कोशिश है कि हर जरूरतमंद को ऑक्सीजन मिले. ऑक्सीजन प्रोडक्शन और सप्लाई को बढ़ाने के लिए भी उपाय किए जा रहे हैं. राज्यों में नए ऑक्सीजन प्लांट, 1 लाख नए सिलेंडर, ऑक्सीजन रेल जैसे हर प्रयास किए जा रहे हैं.
पीएम ने कहा कि, इस बार कोरोना के केस बढ़ते ही फार्मा सेक्टर ने दवाइयों का उत्पादन बढ़ा दिया है. इसे और तेज किया जा रहा है. मैंने फार्मा इंडस्ट्री से चर्चा की. प्रोडक्शन बढ़ाने के लिए दवा कंपिनियों की मदद ली जा रही है. हमारे देश के पास इतना मजबूत फार्मा सेक्टर है, जो तेजी से दवा बनाता है.
अस्पतालों में बेड बढ़ाने का काम किया जा रहा है. देश के कई हिस्सों में बड़े हॉस्पिटल बनाए जा रहे हैं. कोरोना के मामले आते ही हमने कोरोना वैक्सीन को लेकर काम शुरू कर दिया था.
वैक्सीन को लेकर उठाए बड़े कदम- पीएम
वैक्सीन को लेकर पीएम मोदी ने कहा कि, वैक्सीन के अप्रूवल को फास्ट ट्रैक पर रखा गया है. टीकाकरण के पहले चरण से ही इस बात पर जोर दिया गया कि ज्यादा से ज्यादा क्षेत्रों तक, जरूरतमंदों तक वैक्सीन पहुंचे. दुनियाभर में भारत ने सबसे तेजी से पहले 10 करोड़, फिर 11 करोड़ और अब 12 करोड़ वैक्सीन डोज दिए गए. कल ही वैक्सीन को लेकर हमने एक अहम फैसला किया है. 1 मई से बाद से 18 साल से ऊपर के किसी भी व्यक्ति को वैक्सीनेट किया जा सकेगा. भारत में वैक्सीन बनेगी तो उसका आधा हिस्सा राज्यों को मिलेगा.
प्रवासी मजदूरों को भरोसा दिलाएं राज्य
पहले की तरह ही सरकारी अस्पतालों में मुफ्त वैक्सीन मिलती रहेगी. हम सभी का प्रयास जीवन बचाने के लिए है. वैक्सीनेशन को 18 साल के ऊपर की आयु के लिए खोलने के लिए शहरों में हमारी वर्कफोर्स को तेजी से वैक्सीन मिलेगी. इसके अलावा मजदूरों को भी वैक्सीन मिलेगी. पीएम ने कहा-
“राज्यों से अपील है कि वो मजदूरों का भरोसा जगाए रखें. उनसे आग्रह करें कि वो जहां हैं वहीं रहें. राज्यों का ये भरोसा उनकी मदद करेगा. वो जहां हैं, वहां उन्हें वैक्सीन भी लगेगी और उनका काम भी बंद नहीं होगा.”
पिछली बार अलग थे हालात
पिछली बार हालात कुछ और थे. तब हमारे पास मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर नहीं था. पर्याप्त लैब नहीं थे, पीपीई का प्रोडक्शन नहीं था, बीमारी की कोई खास जानकारी नहीं, लेकिन बहुत ही कम समय में हमने इन चीजों में सुधार किया. आज हमारे डॉक्टर ज्यादा से ज्यादा जीवन बचा रहे हैं. हमारे पास बड़ी मात्रा में लैब और पीपीई किट हैं. हम लोग टेस्टिंग को लगाता बढ़ा रहे हैं. देश ने कोरोना के खिलाफ बहुत मजबूती से और धैर्य से लड़ाई लड़ी है. इसका श्रेय आप सभी को जाता है.
कोरोना के खिलाफ अनुशासन की जरूरत
पीएम मोदी ने कहा कि युवा अपने इलाके में छोटी टीमें बनाकर कोविड नियम पालन कराएं. बच्चे घर में ऐसा माहौल बनाएं कि बिना काम घर के लोग घर से बाहर न निकलें. दवाई भी, कड़ाई भी- ये मंत्र याद रखिए. वैक्सीन के बाद भी श्री राम मर्यादा की शिक्षा देते हैं. मर्यादा में रहें तो कोरोना से जीतेंगे. रमजान हमें धैर्य और आत्मसंयम और अनुशासन की सीख देता है. कोरोना के खिलाफ जंग जीतने के लिए अनुशासन की जरूरत है.
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