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कृषि मंत्री के प्रस्ताव पर किसानों से अब भी चर्चा को तैयार:PM मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सर्वदलीय बैठक की अध्यक्षता की.

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सर्वदलीय बैठक की अध्यक्षता की. किसान आंदोलन के बीच हुई इस बैठक में सभी दलों के नेता बुलाए गए थे. बैठक खत्म होने के बाद केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने बताया कि पीएम ने कहा है, कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने जो प्रस्ताव दिया था, हम उस पर चर्चा के लिए तैयार हैं. प्रधानमंत्री ने आश्वासन दिया कि सरकार किसानों के मुद्दे पर खुले दिमाग से विचार कर रही है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सर्वदलीय बैठक हुई, लगभग सब पार्टियों ने बैठक में हिस्सा लिया. विपक्ष ने मांग की है कि लोकसभा में बिल के अलावा चर्चा हो और सरकार इसके लिए सहमत है. विपक्ष ने किसानों के मुद्दे पर भी चर्चा की मांग की है इसके लिए भी हम सहमत हैं.
प्रह्लाद जोशी,केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री
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कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अधीर रंजन चौधरी ने बताया कि पीएम का कहना है कि किसान नेता अगर सरकार की तरफ से पेश प्रस्ताव के लिए तैयार हैं तो कृषि मंत्री तत्काल बात करने के लिए तैयार हैं.

प्रधानमंत्री जी ने कहा कि कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर किसानों से सिर्फ एक फोन कॉल की दूरी पर हैं. किसान नेताओं को कहा गया कि सरकार की तरफ से जो प्रस्ताव आपके सामने पेश किया गया है, जब आप मन बना लेंगे और नतीजे पर पहुंच जाएंगे तो तोमर साहब एक फोन कॉल की दूरी पर हैं.
अधीर रंजन चौधरी, नेता, कांग्रेस

कृषि कानूनों के अलावा कांग्रेस की तरफ से बैठक में बेरोजगारी, देश की आर्थिक स्थिति और राष्ट्रीय सुरक्षा का मुद्दा उठाया गया. अधीर रंजन चौधरी के मुताबिक, कांग्रेस ने जम्मू-कश्मीर का मुद्दा उठाते हुए उसे राज्य का दर्जा दिलाने की मांग की है. उन्होंने ये भी कहा कि देश की सुरक्षा के मुद्दे पर कांग्रेस, सरकार के साथ है.

राष्ट्रपति के अभिभाषण का किया था बहिष्कार

इससे पहले, नए दशक के पहले बजट सत्र का शुक्रवार को राष्ट्रपति ने संसद में ऐलान किया और कुल 18 विपक्षी दलों ने राष्ट्रपति के इस अभिभाषण का बहिष्कार किया.कांग्रेस के साथ 17 विपक्षी दलों ने किसानों के साथ एकजुटता दिखाते हुए राष्ट्रपति कोविंद के संबोधन का बहिष्कार करने की घोषणा की थी. बता दें कि किसान 26 नवंबर से दिल्ली सहित सिंघू, टिकरी और गाजीपुर की सीमाओं पर प्रदर्शन कर रहे हैं.

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