ADVERTISEMENTREMOVE AD

PM ने यूपी की दो रैलियों में दिल्ली हिंसा पर कुछ नहीं कहा: ओवैसी

पीएम ने यूपी की दो रैलियों में केवल पसंदीदा डायलॉग की बात की

Updated
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा

दिल्ली में हुई हिंसा को लेकर विपक्षी पार्टियां बीजेपी और पीएम मोदी पर लगातार निशाना साध रही है. AIMIM पार्टी के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने कहा इतनी बड़ी घटना हुई लेकिन यूपी में दो-दो रैलियों में पीएम इस मामले पर कुछ भी नहीं कहा. वहीं, कांग्रेस समेत दूसरे पार्टियों के नेता भी दिल्ली हिंसा को लेकर सीधा पीएम मोदी पर सवाल उठा चुके हैं.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

असदुद्दीन ओवैसी ने कहा दिल्ली में इतना बड़ा फसाद हुआ लेकिन पीएम ने अपनी रैलियों में इस पर कोई बात नहीं की. उन्होंने आगे कहा,

पीएम ने यूपी की दो रैलियों में केवल पसंदीदा डायलॉग ‘सबका साथ, सबका विकास’ की बात की लेकिन दिल्ली हिंसा पर कुछ नहीं कहा. 
असदुद्दीन ओवैसी, सांसद, AIMIM

वहीं मुंबई में एनसीपी चीफ शरद पवार ने कहा है कि बीजेपी ने सांप्रदायिकता को बढ़ावा देकर समाज को विभाजित करने की कोशिश की है.

राष्ट्रीय राजधानी पिछले कुछ दिनों से जल रही है. केंद्र में सत्तारूढ़ दल दिल्ली विधानसभा चुनाव नहीं जीत सका इसलिए उन्होंने सांप्रदायिकता को बढ़ावा देकर समाज को विभाजित करने का प्रयास किया.
शरद पवार, प्रमुख, एनसीपी

पीएम मोदी ने दिल्ली हिंसा को लेकर ट्वीट कर शांति बनाए रखने की अपील की थी. इस पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने कटाक्ष करते हुए कहा था, 'त्वरित प्रतिक्रिया के धन्यवाद!' दिल्ली हिंसा के 69 घंटों की चुप्पी के बाद भाइयों और बहनों से शांति बनाये रखने की अपील की गई है.

बता दें जिस दिन दिल्ली हिंसा हुई थी उस दिन पीएम मोदी अहमदाबाद में अमेरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ व्यस्त थे. वहीं, मंगलवार को भी दोनों नेताओं के बीच बातचीत हो रही थी. इसके बाद पीएम ने बुधवार को ट्वीट कर लोगों से शांति बनाए रखने अपील की थी.

दिल्ली हिंसा पर न बोलने को लेकर आरजेडी ने भी ट्वीट कर पीएम मोदी पर निशाना साधा था. आरजेडी ने कहा, प्रधानमंत्री यूपी के दो सम्मेलनों में बोले! खूब बोले! पर दिल्ली हिंसा में जान गंवाने वाले 40 से अधिक पीड़ितों और पूरी दिल्ली के लिए दो शब्द भी नहीं कह पाए.

दिल्ली हिंसा में अब तक 40 से अधिक लोगों की मौत हो गई है, जबकि 200 से अधिक लोग घायल हुए हैं. इस घटना को लेकर केंद्र सरकार और दिल्ली पुलिस पर लगातार सवाल खड़ा किया जा रहा है. वहीं, विपक्षी पार्टियां गृह मंत्री अमित शाह से इस्तीफे की मांग कर रहे हैं.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: 
सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
×
×