प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने 67वें जन्मदिन पर 138 मीटर ऊंची सरदार सरोवर बांध परियोजना का रविवार को उद्घाटन किया. उन्होंने 'न्यू इंडिया' (नया भारत) के निर्माण के लिए इसे अपना मिशन बताते हुए कहा,
मैं आपके सपनों के लिए जिऊंगा, आपके सपनों के लिए मरूंगा.
प्रधानमंत्री ने बीजेपी के नर्मदा महोत्सव कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, "आज एक सपने की परिणति है, जिसे सरदार पटेल ने मेरे और हम में से कइयों के पैदा होने के पहले पश्चिम भारत के राज्यों में जल संकट खत्म करने के लिए देखा था."
उन्होंने कहा कि भारत में बस दो महापुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल और बाबा साहेब अंबेडकर थे और अगर वे कुछ साल और जीवित रह जाते तो पश्चिमी राज्यों को पहले ही पानी उपलब्ध हो जाता और भारत पहले ही प्रगति के पथ पर अग्रसर हो चुका होता.
मजबूती के साथ खड़े रहे गुजरात के लोग: पीएम मोदी
प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकारें योजनाएं तैयार करती हैं और लागू करती हैं और कुछ योजनाओं को समस्या का सामना भी करना पड़ता है, लेकिन मां नर्मदा ही एक ऐसी हैं, जिन्हें कई बाधाओं का सामना करना पड़ा. एक समय पूरी दुनिया इस परियोजना के खिलाफ हो गई थी और विश्व बैंक ने पर्यावरण के बहाने कर्ज रोकने का फैसला भी कर लिया, लेकिन गुजरात के लोग मजबूती के साथ खड़े रहे.
ये बीजेपी की समारोह नहीं है लोगों का जश्न है: पीएम मोदी
मोदी ने कहा, "ये मेरे लिए भावुक क्षण है. मैं अपना जन्मदिन नहीं मनाता हूं, लेकिन आज विश्वकर्मा जंयती है और आज एक बेटे को लाखों माताओं का आशीर्वाद मिल रहा है. ये एक सरकारी कार्यक्रम नहीं है, ये बीजेपी का एक समारोह नहीं है, ये लोगों का जश्न है."
इससे पहले, पीएम मोदी ने अपने जन्मदिन पर गुजरात पहुंचकर नर्मदा नदी पर बने सरदार सरोवर बांध का उद्घाटन किया और उसे राष्ट्र को समर्पित किया.
पीएम मोदी ने अपने बर्थडे पर रविवार को सबसे पहले गुजरात पहुंचकर अपनी मां हीराबेन से आशीर्वाद लिया. पीएम पहले भी अपने जन्मदिन पर मां से आशीर्वाद लेते रहे हैं. इस बार भी उन्होंने ऐसा ही किया.
पीएम मोदी ने केवड़िया में नर्मदा पर बने सरदार सरोवर बांध का किस तरह उद्घाटन किया, आप उस प्रोग्राम को वीडियो में देख सकते हैं.
सरदार सरोवर बांध से क्या मिलेगा?
- 'गुजरात की जीवनरेखा' कहे जा रहे इस बांध की ऊंचाई हाल ही में बढ़ाकर 138.68 मीटर की गई है और इसकी जल संग्रह क्षमता 47.3 लाख एकड़ फीट है.
- इस बांध से गुजरात, राजस्थान, मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र को फायदा मिलने की उम्मीद है. साथ ही नर्मदा बांध पर हाइड्रो पावर परियोजना 1,450 मेगावाट बिजली पैदा होगी.
- गुजरात सरकार के मुताबिक, बांध के जरिए राज्यभर में पीने के पानी की 8,221 गांवों, 159 कस्बों और आठ शहरों में आपूर्ति की जाएगी.
- 30,000 हेक्टेयर में बाढ़ नियंत्रण के लाभ के साथ नर्मदा बांध के पानी से 3,125 गांवों के 17.92 लाख हेक्टेयर भूमि की सिंचाई की जाएगी.
- कुल मिलाकर 10 लाख किसानों को सिंचाई का लाभ मिलेगा और 4 करोड़ लोगों को पीने के पानी की आपूर्ति होगी.
सरदार सरोवर बांध का विरोध भी हो रहा है
उधर, सरदार सरोवर बांध की ऊंचाई बढ़ाए जाने से मध्यप्रदेश की नर्मदा घाटी के गांवों में रह रहे 40 हजार परिवारों के घर डूब रहे हैं. उनके हक की लड़ाई लड़ रहीं नर्मदा बचाओ आंदोलन की नेता मेधा पाटकर का जल सत्याग्रह रविवार को तीसरे दिन भी जारी है.
उनका कहना है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुजरात के चुनाव में बीजेपी को लाभ पहुंचाने के लिए मध्यप्रदेश के हजारों परिवारों की जिंदगी दांव पर लगा दिया है, जो दुर्भाग्यपूर्ण है.
नर्मदा घाटी का दौरा करने के बाद मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी की पूर्व सांसद सुभाषिणी अली ने गुजरात में मनाए जा रहे जश्न पर मोदी को 'आधुनिक नीरो' की उपाधि दी है.
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