प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 6 जुलाई को दलाई लामा से उनके जन्मदिन पर फोन पर बातचीत की और दलाई लामा की लंबी और सेहतमंद जीवन की कामना की. पीएम मोदी ने इसके बाद ट्वीट कर बातचीत की जानकारी सार्वजनिक भी की.
भारतीय प्रधानमंत्री का चीन से निर्वासित चल रहे दलाई लामा के साथ बातचीत को सार्वजनिक करना अहम है. जानकार बताते हैं कि अंतरराष्ट्रीय राजनीति में गहरे मायने हैं.
बीते साल चीनी सेना के साथ गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प के बाद पीएम मोदी ने दलाई लामा को जन्मदिन की बधाई नहीं दी थीं.
पीएम मोदी ने 6 जुलाई को ट्वीट किया-
फोन पर दलाई आदरणीय दलाई लामा से बात की और उन्हें 86वें जन्मदिन की शुभकामनाएं दीं. हम उनके लंबे और सेहतमंद जीवन की कामना करते हैं.नरेंद्र मोदी, पीएम
रणनीतिक रूप से अहम है पीएम मोदी का ये कदम
बता दें कि तिब्बत के दलाई लामा चीन से निर्वासित हैं और भारत में रहकर अपनी निर्वासित सरकार चला रहे हैं. वहीं चीन दलाई लामा की निर्वासित सरकार को मान्यता नहीं देता है. 2019 में पीएम मोदी ने दलाई लामा को निजी तौर पर जन्मदिन की बधाईयां दी थीं. इसके पहले पीएम मोदी ने दलाई लामा को 2015 में सार्वजनिक रूप से जन्मदिन की बधाई दी थी.
2018 में भारत और चीन की सरकारें इस बात पर एकमत हुए थे कि दोनों सरकारें आपसी मतभेदों को सार्वजनिक रूप से शेयर नहीं करेंगी.
भारत-चीन विवाद के केंद्र में है तिब्बत: चेलानी
रणनीतिक मामलों के जानकार ब्रह्म चेलानी ने ट्वीट कर लिखा है कि-
'1959 से भारत में बतौर निर्वासित रह रहे दलाई लामा के 86वें जन्मदिन पर हमें ये याद रखना चाहिए कि भारत और चीन के झगड़े में तिब्बत सबसे बड़ा केंद्र रहा है. तब आजाद स्वशासित तिब्बत पर कब्जा करके चीन ने खुद को भारत के पड़ोसी के रूप में स्थापित किया. तिब्बत के भविष्य में भारत की बड़ी हिस्सेदारी बनती है. '
चीन को बेहद सख्त संदेश: तिब्बतन संसद के सदस्य
तिब्बतन संसद के सदस्य डोल्मा त्सेरिंग ने न्यूज एजेंसी ANI से बात करते हुए कहा-
दलाई लामा को जन्मदिन पर बधाई देना पीएम मोदी का सकारात्कम कदम है. पीएम मोदी ने ये संदेश दिया है कि भारत तिब्बत के बारे में बात करने को लेकर ज्यादा सावधान नहीं रहेगा. ये चीन के लिए बेहद सख्त संदेश है.डोल्मा त्सेरिंग, तिब्बतन संसद के सदस्य
भारत अपनी मजबूती का संदेश दे रहा: तिब्बती एक्टिविस्ट
तिब्बत के एक्टिविस्ट लोबसांग वांग्याल का कहना है कि- पीएम मोदी ने दलाई लामा को फोन करके जो जन्मदिन की बधाई दी हैं ये अच्छा संदेश है. भले ही भारत और चीन के बीच सीमा विवाद चल रहा हो. ये संकेत है कि भारत अपनी मजबूती दिखा रहा है. ये चीन के लिए भी काफी सख्त संदेश है.
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