प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रमुख सचिव रहे नृपेंद्र मिश्रा को नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी का चेयरमैन बनाया गया है. नृपेंद्र मिश्रा ने पीएम मोदी के बतौर प्रधानमंत्री पहले कार्यकाल में उनके साथ काम किया था. वो उनके प्रमुख सचिव रहे. नेहरू मेमोरियल में की गई चेयरमैन की नियुक्ति से कुछ महीनों पहले कई नियुक्तियां हुई थीं, जिन्हें लेकर काफी बवाल भी हुआ था.
पिछले साल नवंबर के महीने में मोदी सरकार ने नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी सोसाइटी से कुछ बड़े कांग्रेस नेताओं का नाम हटा दिया था. इस सोसाइटी से कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, जयराम रमेश और करण सिंह को बाहर कर दिया गया था. जिसके बाद इसमें कोई भी कांग्रेस नेता शामिल नहीं है. केंद्र सरकार के इस फैसले के बाद लोगों ने इसे कांग्रेस मुक्त नेहरू मेमोरियल सोसाइटी भी कहा था.
इससे पहले नेहरू मेमोरियल म्यूजियम और लाइब्रेरी सोसाइटी के अध्यक्ष खुद पीएम नरेंद्र मोदी थे. इसके उपाध्यक्ष रक्षामंत्री राजनाथ सिंह हैं. वहीं गृह मंत्री अमित शाह, प्रकाश जावडेकर और निर्मला सीतारमण भी इसकी सदस्य हैं.
किन नए नामों को किया था शामिल?
नेहरू मेमोरियल की सोसाइटी से कांग्रेस नेताओं को निकालकर जिन्हें जगह दी गई है उनमें बीजेपी नेता अनिर्बन गांगुली, पत्रकार रजत शर्मा और सॉन्ग राइटर प्रसून जोशी के नाम शामिल हैं. इन्हें सोसाइटी के नए सदस्य के तौर पर चुना गया है. केंद्र सरकार के सांस्कृतिक मंत्रालय ने ये फैसला लिया था. मंत्रालय से जारी नोटिफिकेशन के बाद ये जानकारी सामने आई थी, जिसके बाद जमकर हंगामा भी हुआ. इस पर कांग्रेस ने कहा था कि बीजेपी सब कुछ राजनीति से प्रेरित होकर कर रही है.
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