‘पीएम मोदी की डिजिटल प्रजेंस को संभालने में मई 2014 से आज तक टैक्सपेयर का एक भी पैसा खर्च नहीं हुआ.’
प्रधानमंत्री कार्यालय ने शुक्रवार को दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया की आरटीआई के जवाब में ये बात कही है.
सूत्रों के मुताबिक, पीएमओ ने साफ-साफ कहा है कि पीएम ऑफिस द्वारा मैनेज किए जा रहे फेसबुक, ट्विटर, यूट्यूब और गूगल अकाउंट पर किसी तरह का सोशल मीडिया कैंपेन नहीं चलाया गया है.
RTI के जवाब में सामने आईं जानकारियां
- माईगॉव और गूगल ने एक कॉन्टेस्ट चलाया था जिसमें स्टूडेंट्स ने ‘पीएमओ इंडिया’ ऐप को डिजाइन किया.
- ऐप को बनाए जाने पर किसी तरह का खर्चा नहीं किया गया और प्राइज मनी भी गूगल ने दी है.
- नरेंद्र मोदी ऐप को केंद्र सरकार और पीएमओ इंडिया मैनेज नहीं कर रही है
हाल ही में एक वरिष्ठ ऑल इंडिया रेडियो अधिकारी ने खुलासा किया था कि शुरुआती एपिसोड्स में विज्ञापन देखकर पीएम मोदी नाराज हुए थे.
इसके साथ ही इस अधिकारी ने बताया है कि पीएम के प्रोग्राम ‘मन की बात’ में न के बराबर खर्च होता है. लेकिन कमाई जबरदस्त होती है. साल 2015-16 में इस कार्यक्रम से 4.78 करोड़ रुपये की कमाई हुई थी.
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