प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 दिसंबर को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (AMU) के शताब्दी समारोह को संबोधित किया. यह कार्यक्रम इस मायने में खास था कि ऐसा करीब 56 साल बाद हो रहा है कि देश के प्रधानमंत्री सीधे एमएमयू के कार्यक्रम को संबोधित कर रहे हैं. पीएम मोदी ने इस मौके पर कहा- 'बीते 100 वर्षों में AMU ने दुनिया के कई देशों से भारत के संबंधों को सशक्त करने का भी काम किया है'. इसके अलावा भी पीएम मोदी ने एएमयू के इतिहास को भारत की धरोहर बताया.
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा-
अभी कोरोना के इस संकट के दौरान भी AMU ने जिस तरह समाज की मदद की, वो अभूतपूर्व है. हजारों लोगों का मुफ्त टेस्ट करवाना, आइसोलेशन वार्ड बनाना, प्लाज्मा बैंक बनाना और पीएम केयर फंड में बड़ी राशि का योगदान देना, समाज के प्रति आपके दायित्वों को पूरा करने की गंभीरता को दिखाता हैपीएम मोदी
बिना भेदभाव के काम कर रही सरकार: पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि देश कि सरकार धर्म के आधार पर भेदभाव किए बिना काम कर रही है और सभी योजनाएं हर किसी तक पहुंच रही हैं.
आज देश जो योजनाएँ बना रहा है वो बिना किसी मत मजहब के भेद के हर वर्ग तक पहुँच रही हैं. बिना किसी भेदभाव, 40 करोड़ से ज्यादा गरीबों के बैंक खाते खुले. बिना किसी भेदभाव, 2 करोड़ से ज्यादा गरीबों को पक्के घर दिए गए. बिना किसी भेदभाव 8 करोड़ से ज्यादा महिलाओं को गैस मिला. बिना किसी भेदभाव आयुष्मान योजना के तहत 50 करोड़ लोगों को 5 लाख रुपए तक का मुफ्त इलाज संभव हुआ. जो देश का है वो हर देशवासी का है और इसका लाभ हर देशवासी को मिलना ही चाहिए, हमारी सरकार इसी भावना के साथ काम कर रही है.पीएम मोदी
IITs, IIITs और IIMs का दिया हिसाब किताब
पीएम मोदी ने एएमयू के कार्यक्रम में बोलते हुए देश में 2014 के पहले और अब के बड़े तकनीकी, मैनेजमेंट संस्थानों की गिनती कराई.
सरकार उच्च शिक्षा में एनरोलमेंट बढ़ाने और सीटें बढ़ाने के लिए भी लगातार काम कर रही है. वर्ष 2014 में हमारे देश में 16 IITs थीं, आज 23 IITs हैं. वर्ष 2014 में हमारे देश में 9 IIITs थीं, आज 25 IIITs हैं. वर्ष 2014 में हमारे यहां 13 IIMs थे, आज 20 IIMs हैं.पीएम मोदी
मुस्लिम छात्रों के स्कूल ड्रॉपआउट रेट में हुआ सुधार: पीएम मोदी
बता दें कि अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) का निर्माण 1920 में कराया गया था. इसे केंद्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा हासिल है. इसके मुख्य संस्थापक सर सैयद अहमद खान थे.
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