भारत ने मिसाइल से अंतरिक्ष में सैटेलाइट को मार गिराकर अपनी ताकत कायम कर दी है. पीएम मोदी ने देश को संबोधित करते हुए इस मिशन की सफलता के बारे में खुलासा किया. भारत ऑर्बिट में सैटेलाइट को मार गिराने वाले दुनिया के कुछ ही देशों की लिस्ट में शामिल हो चुका है. पीएम मोदी ने अपने संबोधन में इससे जुड़ी कई अहम बातें बताईं. उन्होंने अंतरिक्ष से जुड़े अंतर्राष्ट्रीय नियमों और पूरे मिशन के बारे में जानकारी दी. पढ़िए पीएम मोदी के संबोधन की 10 बड़ी बातें
- भारत ने अंतरिक्ष में बहुत बड़ी उपलब्धि हासिल की है. हमारे वैज्ञानिकों ने अंतरिक्ष में 300 किलोमीटर दूर लाइव (घूमती हुई) सैटेलाइट को मार गिराया है
- अमेरिका, रूस और चीन के बाद भारत ऐसा करने वाला दुनिया का चौथा देश बन गया है
- सैटेलाइट को मार गिराने वाली मिसाइल पूरी तरह देश में ही बनाई गई थी
- आज का मिशन शक्ति, सुरक्षा के लिए आवश्यक था. आज की सफलता को आने वाले समय में सुरक्षित, समृद्ध और शांतिप्रिय भारत के बढ़ते कदम की दिशा में देखना चाहिए
- भारत की सुरक्षा, भारत का आर्थिक विकास और भारत की तकनीकी है
हथियारों की होड़ के पक्ष में नहीं भारत
- हमने जो नई क्षमता प्राप्त की है ये किसी के खिलाफ नहीं है, ये हिंदुस्तान की रक्षात्मक पहल है
- भारत हमेशा से अंतरिक्ष में हथियारों की होड़ के खिलाफ रहा है इस परीक्षण से इस नीति में कोई बदलाव नहीं आया है
- आज का परीक्षण किसी भी अंतरराष्ट्रीय कानून या संधि समझौतों का उल्लघंन नहीं करता है
- इस क्षेत्र में शांति और सुरक्षा का माहौल बनाने के लिए एक मजबूत भारत का होना आवश्यक है
- हमारा मकसद शांति बनाने रखना है ना कि युद्ध का माहौल बनाना
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में मिशन शक्ति से जुड़े सभी डीआरडीओ वैज्ञानिकों और अनुसंधान करने वाले लोगों को भी बधाई दी. उन्होंने कहा, 'हमें हमारे वैज्ञानिकों पर गर्व है. आज अंतरिक्ष हमारी जीवन शैली का महत्वपूर्ण हिस्सा बन गया है. हम निसंदेह एकजुट होकर, शक्तिशाली और खुशहाल भारत का निर्माण करेंगे'.
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