प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने न्यू-यॉर्क में संयुक्त राष्ट्र (UN) जनरल असेंबली को संबोधित किया. जिसमें उन्होंने खुद के चाय बेचने से लेकर भारत में विकास कार्यों तक की जानकारी दी. इसके अलावा पीएम मोदी ने पाकिस्तान पर भी बिना नाम लिए जमकर हमला बोला. वहीं अफगानिस्तान में आतंकवाद की संभावना को लेकर भी चिंता जताई.
चाय बेचने वाला चौथी बार कर रहा UNGA को संबोधित- PM मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि, ये भारत के लोकतंत्र की ताकत है कि एक छोटा बच्चा जो कभी एक रेलवे स्टेशन के टी स्टॉल पर अपने पिता की मदद करता था. वो आज चौथी बार भारत के प्रधानमंत्री के तौर पर यूएनजीए को संबोधित कर रहा है.
उन्होंने आगे कहा कि, विकास सर्वव्यापी, सर्व समावेशी हो... यही हमारी प्राथमिकता है. बीते 7 सालों में 23 करोड़ से ज्यादा लोगों को बैंकिंग व्यवस्था से जोड़ा. 50 करोड़ से ज्यादा लोगों को मुफ्त इलाज की सेवा दी गई. भारत ने तीन करोड़ पक्के घर बनाकर बेघर परिवारों को घर का मालिक बनाया.
पीएम मोदी ने कहा कि, आज विश्व का हर छठा व्यक्ति भारतीय है. जब भारतीयों की प्रगति होती है तो विश्व के विकास को भी गति मिलती है. भारत में हो रहे इनोवेशन विश्व की मदद कर सकते हैं.
UPI से लेकर कोरोना वैक्सीनेशन का जिक्र
हमारे यूपीआई से हर महीने 350 करोड़ से ज्यादा ट्रांजेक्शन हो रहे हैं. भारत का वैक्सीन ऐप कोविन करोड़ों डोज लगाने के लिए प्लेटफॉर्म दे रहा है.
सीमित संसाधनों के बावजूद भी भारत वैक्सीनेशन को लेकर जी जान से जुटा है, भारत ने दुनिया की पहली डीएनए वैक्सीन बना ली है. जिसे 12 साल से ऊपर के सभी लोगों को लगाया जा सकता है.
मैं दुनियाभर के वैक्सीन मैन्युफैक्चर कंपिनयों को आमंत्रित करता हूं कि आइए और भारत में वैक्सीन बनाइए, हमने विश्व के देशों को वैक्सीन भेजना शुरू कर दिया है.
भारतीय मूल के डॉक्टर्स, इंजीनियर्स, मैनेजर्स किसी भी देश में रहें, हमारे लोकतांत्रिक मूल्य उन्हें मानवता की सेवा में जुटे रहने की प्रेरणा देते हैं.
कोरोना ने बताया है कि ग्लोबल इंडिस्ट्रियल डायवर्सिटी जरूरी है. भारत ने भी आत्मनिर्भर भारत के तहत इसकी शुरुआत की है. इकनॉमी और इकॉलोजी में संबंध स्थापित किया है.
एक्सट्रीमिस्म और रिग्रेसिव थिंकिंग का खतरा
पीएम मोदी ने कहा कि, हम भारत को दुनिया का सबसे बड़ा ग्रीन हाइड्रोजन हब बनाने के अभियान में भी जुट गए हैं. हमें अपनी आने वाली पीढ़ियों को जवाब देना है कि जब फैसले लेने का समय था, तब जिन पर विश्व को दिशा देने का दायित्व था, वो क्या कर रहे थे. आज विश्व के सामने रिग्रेसिव थिंकिंग और एक्सट्रीमिज्म का खतरा बढ़ता जा रहा है. इससे निपटने के लिए प्रोग्रेसिव थिंकिंग को विकास का आधार बनाना ही होगा.
हमारे यहां स्कूलों में हजारों अटल थिंकिंग लैब बन रही हैं. एक मजबूत स्टार्टअप ईको-सिस्टम बना है. हम आजादी का अमृत उत्सव मना रहे हैं, ऐसे में भारत 75 ऐसे सेटेलाइट्स को अंतरिक्ष में भेजने जा रहा है, जिन्हें छात्रों ने बनाया है.
'टूल की तरह आतंकवाद का इस्तेमाल न करे कोई देश'
पीएम मोदी ने पाकिस्तान का नाम लिए बिना कहा कि, जो देश आतंकवाद का टूल के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं, उन्हें ये समझना होगा कि आतंकवाद उनके लिए भी उतना ही बड़ा खतरा है. ये सुनिश्चित किया जाना जरूरी है कि अफगानिस्तान की धरती का इस्तेमाल आतंकवाद फैलाने और आतंकवाद के लिए न हो. हमें ये भी देखना होगा कि वहां की नाजुक स्थिति का कोई देश अपने स्वार्थ के लिए एक टूल की तरह इस्तेमाल करने की कोशिश न करे. इस समय अफगानिस्तान की जनता और वहां की महिलाओं-बच्चों को मदद की जरूरत है. इसमें हमें अपना दायित्व निभाना ही होगा.
पीएम मोदी ने कहा कि हमारे समंदर भी साझी विरासत हैं. इसीलिए हमें ये ध्यान रखना होगा कि ओशन को हम यूज करें उसका अब्यूज नहीं. क्योंकि ये हमारे व्यापार की लाइफलाइन भी हैं.
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