गाजीपुर में पीएम मोदी का भाषण
केंद्र में बीजेपी के सहयोगी लगातार उन्हें आंख दिखा रहे हैं. अब यूपी में पीएम नरेंद्र मोदी दौरा करने जा रहे हैं लेकिन वहां की सहयोगी पार्टियों ने पीएम के कार्यक्रम को बायकॉट करने का ऐलान कर दिया है. दरअसल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बनारस और गाजीपुर में शनिवार को मौजूद रहेंगे. इस दौरान वो महाराजा सुहेलदेव पर एक डाक टिकट जारी करेंगे साथ ही गाजीपुर मेडिकल कॉलेज का शिलान्यास भी करेंगे लेकिन इस कार्यक्रम में केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल शामिल नहीं होंगी. उन्होंने इस पूरे कार्यक्रम से अपनी दूरी बनाए रखने का ऐलान किया.
उनकी पार्टी के अध्यक्ष आशीष पटेल ने बताया कि गाजीपुर में मेडिकल कॉलेज के शिलान्यास कार्यक्रम में उन्हें बुलाया तो गया है लेकिन अनुप्रिया पटेल इसमें शामिल नहीं हो रही हैं. गौरतलब है कि अपना दल(S) एनडीए में महत्वपूर्ण घटक दल है लेकिन फिलहाल वो केंद्र की मोदी सरकार से नाराज चल रहे हैं.
अपना दल के चीफ आशीष पटेल ने एएनआई से बातचीत करते हुआ कहा, “यूपी बीजेपी के अहंकारी नेता लगातार समाज के पिछड़े समुदाय का अपमान कर रहे हैं. हमारी पीएम मोदी से गुजारिश है कि वो इस मामले को संज्ञान में लें. जब तक ये मामला सुलझ नहीं जाता हम यूपी में किसी भी सरकारी प्रोग्राम में हिस्सा नहीं लेंगे. आज भी(पीएम का गाजीपुर कार्यक्रम) हम नहीं जाएंगे. उम्मीद है कि अमित शाह जी हमारी बात सुनेंगे”
सिद्धार्थनगर कार्यक्रम में नहीं बुलाने से नाराज है ‘अपना दल’
दरअसल बीते 25 दिसंबर को सिद्धार्थ नगर में राज्य के मेडिकल कॉलेज के शिलान्यास कार्यक्रम में अनुप्रिया पटेल को आमंत्रित नहीं किया गया था. जबकि केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे को उस कार्यक्रम में बुला लिया गया था. इसके बाद ही अपना दल ने भाजपा के किसी भी कार्यक्रम में शामिल न होने की घोषणा कर दी थी. बाद में भाजपा नेताओं ने अपनी चूक स्वीकार कर ली थी लेकिन पार्टी की नाराजगी कम नहीं हुई है.
ओमप्रकाश राजभर ने भी बनाई कार्यक्रम से दूरी
वहीं सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर भी बीजेपी से नाराज चल रहे हैं. वो भी गाजीपुर कार्यक्रम के लिए निमंत्रण मिलने के बावजूद वहां हिस्सा नहीं लेंगे. राजभर का कहना है कि जो निमंत्रण पत्र भेजा गया है उसपर महाराजा सुहेलदेव के नाम के साथ राजभर उपनाम नहीं लिखा गया है, जो कि उनके जातीय समाज के इतिहास को मिटाने का प्रयास है इसलिए वो कार्यक्रम का बहिष्कार करने जा रहे हैं.
आपको बता दें कि राजभर को पूर्वांचल में पिछड़ी जातियों के नेता के रूप में जाना जाता है और पीएम मोदी गाजीपुर में जिस राजभर समाज की रैली को संबोधित करने जा रहे हैं, ओमप्रकाश उसी समाज के बड़े नेता हैं. लेकिन केंद्र के खिलाफ खुली बगावत करते हुए वो कार्यक्रम में नहीं जा रहे हैं.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)